जम्मू-कश्मीर के पुलिस प्रमुख एस पी वैद ने कहा है कि अगर जल्द ही राज्य में ड्रग माफिया पर लगाम नहीं लगाई गई तो राज्य अगला 'उड़ता पंजाब' बन जाएगा. डीजीपी का ये बयान ऐसे वक्त में आया है जब पड़ोसी राज्य पंजाब में नशा मुक्ति के लिए बड़े स्तर पर राजनीतिक मुहिम चलाई जा रही है.
चुनावी माहौल में सभी राजनीतिक दल पंजाब को नशा मुक्त करने के वादे कर रहे हैं और ड्रग माफियाओं पर कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिलाया जा रहा है. राज्य में पहली बार विधान सभा चुनाव लड़ रही आम आदमी पार्टी मौजूदा अकाली सरकार को नशे के लिए जिम्मेदार ठहरा चुकी है. पार्टी के नेता और दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि नशे के कारोबारी अकाली नेताओं को जेल भेजा जाएगा.
नशा मुक्ति का वादा
वहीं पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह भी कह चुके हैं अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो पंजाब को नशा मुक्त किया जाएगा. पार्टी ने सत्ता में आने के चार सप्ताह के भीतर राज्य को नशामुक्त करने के लिए कदम उठाने का वादा किया है.
सत्ताधारी बीजेपी-अकाली सरकार विकास के नाम पर चुनाव लड़ना की बात कहती आई है. राज्य में करोड़ों रुपए का नशा कारोबार होता है और बेरोजगारी को नशे की बड़ी वजह माना जाता है. पंजाब के युवा बड़ी तादाद में नशे की जद में हैं.
शाहिद की 'उड़ता पंजाब'
पंजाब में नशाखोरी पर साल 2016 में 'उड़ता पंजाब' के नाम से एक फिल्म भी आ चुकी है. अभिनेता शाहिद कपूर और आलिया भट्ट की ये फिल्म सीमा पार से हो रही नशा की तस्करी और युवाओं के बीच इसके प्रचलन पर आधारित थी. फिल्म को लेकर रिलीज से पहले और बाद में विवाद भी रहे. पहले सेंसर बोर्ड की ओर से किसी राज्य विशेष को बदनाम करने की बात कहकर नाम से पंजाब हटाने को कहा गया था. उसके बाद फिल्म रिलीज से पहले इंटरनेट पर लीक भी हो गई थी.