जम्मू के उधमपुर जिले के रामनगर में 70 साल की एक विधवा महिला पिछले डेढ़ साल से अपनी जमीन पर हुए अवैध कब्जे की लड़ाई लड़ रही है. सरकारी और राजनीतिक स्तर पर मामले को नजरअंदाज किए जाने से तंग आकर इस महिला ने आत्महत्या की धमकी दी है.
70 साल की महिला का नाम निर्मला देवी है. महिला के पति की मृत्यु 10 साल पहले हो गई थी. जिसके बाद उनकी पुश्तैनी जमीन पर कुछ लोगों ने कब्जा कर लिया. जानकारी के मुताबिक ये जमीन करीब 35 कनाल से अधिक है. यही महिला के लिए रोजी-रोटी का एक मात्र सहारा थी.
निर्मला देवी की जमीन में एक बोरवेल भी था और सरकार के एक आदेश के मुताबिक जिन लोगों की जमीनों में बोरवेल लगा हुआ है उनके परिवार में एक शख्स को सरकारी नौकरी दी जाती है. लेकिन, जैसे ही अपनी जमीन में बोरवेल के आधार पर नौकरी लेने के लिए आवेदन दिया तो उन्हें पता लगा कि उनकी जमीन पर नौकरी के लिए आवेदन पहले ही आ चुका है.
निर्मला देवी का आरोप है कि उनके इलाके के बीजेपी विधायक के निजी सुरक्षा अधिकारी ने अपने पिता और कुछ राजस्व विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर उनकी जमीन के नकली दस्तावेज तैयार करवाया और अब जमीन पर मालिकाना हक जता रहे हैं.
उनका आरोप है कि खुद उधमपुर के डीएम ने जांच कर अपना फैसला उनके हक में दिया था लेकिन उसके बावजूद वो अपनी जमीन वापस नहीं ले पा रही हैं. निर्मला देवी आरोप लगा रही हैं कि उनकी जमीन राजनेताओं, राजस्व विभाग के कर्मचारियों और पुलिस की मिलीभगत से छीन ली गयी है. निर्मला देवी का कहना है कि अगर सरकार ने जल्द उनकी जमीन उन्हें नहीं लौटाई तो वो आत्महत्या कर लेंगी.