जम्मू कश्मीर की लड़कियों की शादी अन्य राज्यों की लड़कियों की तुलना में बाद में होती है. ये हम नहीं सरकारी आंकड़े बता रहे हैं. उदाहरण के तौर पर दूसरे राज्यों में अगर एक लड़की की शादी 21 साल में होती है तो कश्मीर में रह रही लड़की की शादी 24 साल की उम्र में होती है.
सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के आंकड़े बताते हैं कि 2014 में 21 राज्यों में शादी की उम्र 22 साल 3 महीने थी, वहीं जम्मू कश्मीर में लड़कियों की शादी की उम्र 25 साल 2 महीने थी. जम्मू-कश्मीर के शहरी इलाकों की लड़कियों की बात करें तो वहां शादी की उम्र 25 साल 6 महीने पाई गई, जो जम्मू कश्मीर राज्य के आंकड़ों से 6 महीने ज्यादा थी. कश्मीर के ग्रामीण इलाकों की बात करें तो वहां शादी की उम्र 24 साल 9 महीने है. रिपोर्ट के अनुसार 2014 में भारत के ग्रामीण इलाकों में लड़कियों की शादी की उम्र 21 साल 8 महीने थी. वहीं शहरी इलाकों में शादी की उम्र 23 साल 2 महीने थी.
जम्मू-कश्मीर के बाद दूसरे नंबर पर केरल है, जहां पर लड़कियों की शादी आमतौर पर 23 साल 8 महीने में होती है. वहीं झारखंड एक ऐसा राज्य है जहां सबसे कम उम्र में लड़कियों की शादी होती है. झारखंड में लड़कियों की शादी की उम्र 21 साल है.
1991 में जहां औसत तौर पर लड़कियों की शादी 18 साल 7 महीने में हो जाती थी, वहीं 2010 तक आते-आते इसमें काफी सुधार देखने को मिला. 2010 में शादी लगभग 21 साल में होने लगी. और अब 2014 में ये आंकड़ा 22 साल 3 महीने तक पहुंच गया है. ये बदलाव लोगों की बदलती सोच की तरफ इशारा करता है.जम्मू-कश्मीर की बात करें तो वहां के आंकड़े ये बताते हैं कि वहां पर लड़कियों को जबरदस्ती शादी के बंधन में नहीं धकेला जाता. कश्मीर में 2011 की जनगणना के हिसाब से 68.3 प्रतिशत मुस्लिम जनसंख्या है और 28.4 प्रतिशत हिंदू.