शुक्रवार की शाम करीब साढे पांच बजे का वक्त रहा होगा जब अचानक बादल फटने से नाले में बेहिसाब पानी आ गया. पानी की रफ्तार इतनी तेज थी कि किसी को संभलने का मौका तक नहीं मिला. यात्रियों के तंबू तिनके की तरह सैलाब में बह गए. तंबू और सामानों के साथ यात्रियों को भी सैलाब बहा गया. तबाही की इन तस्वीरों को कुछ यात्रियों ने अपने मौबाइल में कैद कर लिया, जिन्हें देखकर ये पता चल जाता है कि सैलाब का हमला कितना जबरदस्त था. ये तबाही और बड़ी हो सकती थी अगर राहत एजेंसियों ने वक्त पर सक्रियता नहीं दिखाई होती. दरअसल भारी बारिश का खतरा पहले से था. मौसम बिगडने की आशंका पहले से थी, इसलिए बड़ी संख्या में भक्तों को अलर्ट देकर वहां से हटा लिया गया था.
A sudden cloudburst caused immense water in Amarnath Nala around 5.30 pm on Friday evening. The speed of the water was so fast that no one even got a chance to recover. The tents of the passengers washed away. Passengers also drowned with tents and goods. Relief agencies became very active in time and bigger crisis have been averted.