शोपियां के एक छोटे से गांव सफा नगरी के रहने वाले मोहम्मद अयूब ने अपनी मेहनत और सोच से साबित कर दिया कि सरकारी नौकरियां ही आमदनी का जरिया नहीं हो सकती है. ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने के बाद जब मोहम्मद अयूब को कहीं भी ना ही सरकार में और ना ही निजी क्षेत्र में नौकरी मिली तो उन्होंने दुनिया के सबसे पुराने पैसे मैं अपना हाथ आजमाना शुरू किया. परिवार की जमीन पर मोहम्मद अयूब ने ऑर्गेनिक और इनोवेटिक खेती करके अपनी तकदीर ही बदल दी.