जम्मू-कश्मीर की कमान संभालने से पहले बोले उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि 5 साल हो गए, लोगों को कोई सुनने के लिए तैयार नहीं था. तो हमारा फर्ज बनेगा के हम उनकी बात सुने और सुनी हुई बात पे अमल करें. उन्होंने यह भी कहा कि उनके पास मुतालवे बहुत हैं और वे एक एक को गिनने का प्रयास करेंगे.