ये कहानी है एक कश्मीरी यासीन मलिक की, जिसने अपने ही कश्मीर को जहन्नुम बनाया. जो ना जाने कितने बेगुनाहों की मौत का जिम्मेदार है. जिसने हिंदुस्तान की पीठ पर खंजर भोंकने के लिए पाकिस्तान से हाथ मिलाया. ये कहानी है एक गद्दार की, जिसने आतंक से नेता तक का सफर तय किया. पहले हाथों में हथियार उठाया और फिर लोकतंत्र के नाम पर कश्मीर को दहशतगर्दी की आग में झोंक दिया. श्रीनगर के एक गरीब परिवार में जन्मे यासीन मलिक ने कॉलेज में एंट्री के साथ ही वो रास्ता अपनाया, जिसने जख्म आज भी कश्मीर की घाटियों में देखे जा सकते हैं.