झारखंड के लोहरदगा में नक्सली गांव वालों से बच्चे मांग रहे हैं, ताकि उन्हें अपने दस्ते में शामिल कर सकें. मासूम बच्चों को बंदूक की भाषा सिखाने के उनके इरादों ने गांव वालों में खौफ पैदा कर दिया है. लोहरदगा और लातेहार जिले के सीमावर्ती गांवों से लोग घर छोड़कर भागने लगे हैं. बच्चों ने स्कूल आना भी बंद कर दिया है.
नक्सलियों ने लोहरदगा के कुडू और लातेहार जिले के चंदवा प्रखंड के 20 गांवों में हर घर से एक बच्चे की मांग की है. मांग पूरी न करने पर परिवार को अंजाम भुगतने की धमकी भी दी गई है.
नक्सली बच्चों को अगवा कर न ले जाएं, इस डर से ज्यादातर गांव वालों ने बच्चों को स्कूल भेजना बंद कर दिया है. कई स्कूलों में ताले लटक रहे हैं. जो स्कूल खुले हैं, वहां दहशत के साए में पढ़ाई हो रही है.
हालांकि पुलिस ने इलाके में ऑपरेशन शुरू कर दिया है, मगर स्थिति सामान्य होती नजर नहीं आ रही. लोहरदगा के पुलिस कप्तान सुनील भास्कर ने बताया कि बच्चों को जबरदस्ती नक्सली दस्ते में शामिल करने की बात सामने आने के बाद पुलिस ने अपनी ओर से कार्रवाई शुरू कर दी है.