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नेपाल में लॉकडाउन की वजह से फंसे 26 प्रवासी मजदूर शनिवार शाम तक भारत लौट सकते हैं. ये सभी मजदूर झारखंड के दुमका जिले के रहने वाले हैं. ये मजदूर नेपाल के सिंधुपालचौक जिले में फंस गए हैं. इन्होंने एक वीडियो जारी कर सरकार से उन्हें वापस लाने की गुहार लगाई थी. जिसके बाद झारखंड सरकार की तरफ से मजदूरों को लाने के लिए बस और एंबुलेंस भेजी गई है.
ये सभी मजदूर नेपाल में लार्सन एंड टूर्ब्रो (L&T) के एक प्रोजेक्ट पर काम कर रहे थे. लेकिन वहां कोरोना संक्रमण की वजह से लॉकडाउन लगा दिया गया है. इस वजह से ये मजदूर वहां फंस गए थे. इसके बाद मजदूरों ने एक वीडियो मैसेज जारी कर मदद की गुहार लगाई थी. मजदूरों का कहना था कि वो अपने देश लौटना चाहते हैं लेकिन वापस आने के लिए उन्हें कोई साधन नहीं मिल रहा है.
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मजदूरों की तरफ से मदद की गुहार आने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मजदूरों को वापस लाने के आदेश दे दिए थे. दुमका जिला प्रशासन की तरफ से बस और एक एंबुलेंस नेपाल भेजी गई है. बस और एंबुलेंस की रवानगी से पहले ही नेपाल सरकार की मंजूरी ले ली गई थी.
भारत लाने के बाद मजदूरों को दुमका के इंडोर स्टेडियम में लाया जाएगा. यहां उनका हेल्थ चेकअप और कोविड टेस्ट होगा. क्योंकि कोरोना संक्रमण की वजह से झारखंड में लॉकडाउन जैसी पाबंदियां हैं और दूसरी जगह से यहां आने पर कम से कम 7 दिन का क्वारनटीन जरूरी है. इसलिए इन मजदूरों को भी 7 दिन के लिए क्वारनटीन किया जाएगा. उसके बाद ही इन्हें अपने घर जाने की इजाजत होगी.