झारखंड विकास मोर्चा (प्रजातांत्रिक) के 6 विधायक बुधवार को बीजेपी में शामिल हो गए. इन विधायकों ने मंगलवार को विधानसभा अध्यक्ष को पत्र देकर सदन में उन्हें बीजेपी गठबंधन के सदस्यों के साथ बैठने की इजाजत दिए जाने की मांग की थी.
बीजेपी की प्रदेश इकाई के प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने कहा, ‘नवीन जायसवाल (हटिया), अमर कुमार बउरी (चंदनक्यारी), गणेश गंजू (सिमरिया), आलोक कुमार चौरसिया (डाल्टनगंज), रंजीत सिंह (सराठ) और जानकी यादव (बरकट्ठा) बुधवार को झारखंड भवन में मुख्यमंत्री रघुवर दास और बीजेपी के अन्य नेताओं की मौजूदगी में बीजेपी में शामिल हुए.
इससे पहले, बीजेपी ने अपने 37 विधायकों और सुदेश महतो के नेतृत्व वाली AJSU के विधायकों के समर्थन के साथ राज्य में सरकार बनाई थी. अब सत्तारूढ़ गठबंधन के पास 48 विधायक हो जाने से 81 सदस्यीय राज्य विधानसभा में उसकी स्थिति मजबूत हो गई है. यह पूछे जाने पर कि आखिर बीजेपी दूसरे दलों को तोड़ने में क्यों लगी हुई है, दास ने कहा, ‘मैं तोड़ने में इच्छुक नहीं हूं, बल्कि दूसरों को जोड़ रहा हूं. जो लोग झारखंड के विकास में बीजेपी सरकार की मदद करना चाहते हैं, उनका स्वागत है.’
झाविमो के 6 विधायकों ने मंगलवार को ही झारखंड विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर सदन में उन्हें सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायकों के साथ सीटें आवंटित किए जाने का अनुरोध किया था.
झाविमो के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ बीजेपी उनकी पार्टी झाविमो और कांग्रेस के विधायकों को तोड़ने का प्रयास कर रही है. उनका आरोप था कि बीजेपी की कथनी और करनी में अंतर है. इससे पहले झामुमो ने अपने चार विधायकों को पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में पार्टी से निलंबित कर दिया था. मरांडी पहले बीजेपी में थे और उनके नेतृत्व में ही साल 2000 में झारखंड में पहली एनडीए सरकार गठित हुई थी. बाद में वह बीजेपी से अलग हो गए और कुछ साल पहले उन्होंने झारखंड विकास मोर्चा का गठन किया.
--- इनपुट भाषा से