झारखंड विधानसभा में एक विपक्षी विधायक ने सोमवार को औद्योगिक विकास से विस्थापित हुए लोगों की तकलीफों की ओर सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए नाटकीय अंदाज में अपना कुर्ता फाड़ डाला. इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी.
झारखंड विकास मोर्चा-प्रजातांत्रिक (जेवीएम-पी) के विधायक समरेश सिंह ने बोकारो इस्पात संयंत्र के कारण विस्थापित हुए लोगों के पुनर्वास व मुआवजे की मांग करते हुए विधानसभा में अपना कुर्ता फाड़ डाला. इसके कारण विधानसभा अध्यक्ष सी.पी. सिंह को सदन की कार्यवाही एक घंटे के लिए स्थगित करनी पड़ी.
विपक्षी विधायक सिंह, विधानसभाध्यक्ष के आसान के पास आए और मांग करने लगे कि भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार, राज्य में विस्थापन के मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट करे. समरेश सिंह मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा के पास पहुंचे और उनसे बात की तथा उसके बाद उन्होंने अपना कुर्ता फाड़ दिया.
सदन की कार्यवाही स्थगित किए जाने के बाद सिंह ने कहा कि मैंने मुख्यमंत्री (मुंडा) से कहा कि यदि आप बोकारो इस्पात संयंत्र के विस्थपित लोगों को मारना चाहते हैं तो पहले मुझे मारिए और मैंने विरोधस्वरूप अपना कुर्ता फाड़ दिया.
सदन की बैठक जब दोपहर 12 बजे दोबारा शुरू हुई, तो विपक्षी सदस्य दोबारा विधानसभाध्यक्ष के आसन के पास आकर मांग करने लगे कि एक भारतीय प्रबंधन संस्थान और एक कानून विश्वविद्यालय के लिए रांची के बाहर राज्य सरकार द्वारा अधिग्रहित की गई जमीन वापस की जाए.
उसके बाद सदन की कार्यवाही अपराह्न् 12.30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. सदन की बैठक फिर शुरू होने पर फिर यही स्थिति देखने को मिली. उसके बाद विधानसभाध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दी.