झारखंड में आम आदमी पार्टी (आप) का सदस्यता अभियान शुरू होते ही विवादों में घिर गया है. प्रदेश के लगभग हर बड़े शहरों में आप पार्टी के एक से अधिक कार्यालय खुल गए हैं और यहां सभी सदस्य बनाने से लेकर चंदा उगाही में लगे हैं.
इन दिनों रांची के हर बड़े चौक-चौराहों पर आम आदमी पार्टी का रोड साइड कार्यालय नजर आ रहा है. कोई बाकायदा ऑफिस खोलकर बैठा है तो कइयों ने रोड के बगल में मेज सजाकर सदस्य बनाना शुरू कर दिया है. इनमें से किसी को भी पार्टी ने आधिकारिक तौर पर अधिकृत नहीं किया है. इस सबके बावजूद आप पार्टी की टोपी लगाए ये सभी सदस्य बनाने के साथ-साथ चंदा उगाही में भी लगे हैं. मजे की बात यह है कि सभी पार्टी संविधान की दुहाई देकर अपने आप को सही ठहराने में भी लगे हैं.
हालांकि अब तक इनमें से किसी को भी आधिकारिक तौर पर केंद्रीय कमेटी की ओर से मान्यता नहीं मिली है. ऐसे में पूरा सदस्यता अभियान ही संदेह के घेरे में आ गया है. गौरतलब है कि आप पार्टी ने 10 से 26 जनवरी तक पूरे देश में नि:शुल्क सदस्य बनाने का अभियान चला रखा है.
इस बाबत आप पार्टी के जिला संयोजक अजय चौधरी ने कहा कि इसकी सूचना राष्ट्रीय संयोजन को दे दी गई है. वहीं पार्टी के कार्यकर्ता एस.एन. सिंह ने कहा कि पार्टी संविधान में लिखा है कि कोई भी कार्यालय खोल सकता है.