झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने नक्सलवाद के पीछे प्रशासनिक विफलता और नौकरशाहों को बड़ी वजह बताते हुए राज्य की जनता से सुशासन और विकास का वादा किया है. बतौर मुख्यमंत्री अपने पहले संवाददाता सम्मेलन में दास ने कहा कि यह बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है कि आजादी के छह दशक बाद भी ग्रामीण पानी, सड़क और बिजली समेत मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं.
उन्होंने कहा कि गांवों में डाक्टर और शिक्षक तक नहीं है. नक्सल गतिविधियों में तेजी के ये ही कारण हैं. उन्होंने कहा, 'मैं मानता हूं कि यह पूर्ण प्रशासनिक विफलता है, जिससे राज्य में नक्सलवाद ने सिर उठाया. नक्सली हैं कौन? वे हमारे समाज का हिस्सा हैं, उन्हें भी दूसरों की तरह रोजगार और मूलभूत सुविधाएं चाहिए. वे गुमराह युवक हैं, जिन्हें हथियार उठाने के लिए बहकाया गया है.'
मुख्यमंत्री ने नक्सलवाद के लिए नौकरशाहों को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि नक्सलवाद की मूल वजह बेरोजगारी और मूलभूत सुविधाओं का अभाव है और हमारी सरकार इन समस्याओं के हल के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने आश्वासन दिया कि उनकी सरकार जवाबदेह होगी और प्राकृतिक संसाधनों का इस्तेमाल कर तीव्र विकास सुनिश्चित करेगी. उन्होंने कहा कि एक ही महीने में शिक्षक भर्ती प्रक्रिया शुरू होगी तथा एक-दो महीने में 17 हजार पुलिसकर्मी भी नियुक्त किए जाएंगे.
इनुपट-भाषा