रांची के कथित 'लव जेहाद' केस में गिरफ्तार रंजीत कोहली उर्फ रकीबुल हसन और उसकी मां को दिल्ली की एक अदालत ने 3 दिनों की ट्रांजिट रिमांड दे दी है. दिल्ली से गिरफ्तार रंजीत को बुधवार दोपहर को दिल्ली के द्वारका कोर्ट में पेश किया गया.
रांची की शूटर तारा शाहदेव के मामले में पल-पल गुत्थी उलझती ही जा रही है. तारा पर धर्म परिवर्तन के लिए दबाव डालने के आरोपी उसके पति ने पुलिस को जो बयान दिया है, उससे मामला पेचीदा होता जा रहा है.
सूत्रों के मुताबिक तारा के पति रंजीत उर्फ रकीबुल हसन ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया है कि उसकी मां केसर मुस्लिम है. रकीबुल ने खुलासा किया कि उसके पिता हिंदू थे. उसकी मां भी शादी के बाद हिंदू बन गई थीं, लेकिन अपने पति की मौत के बाद उन्होंने फिर से इस्लाम कबूल कर लिया.
रंजीत ने यह भी कबूला कि वह साल 2007 से ही कुरान पढ़ रहा है. उसने कहा कि वह 7 साल से मौलवियों के संपर्क में है.
शूटर तारा शाहदेव के पति को मंगलवार रात ही झारखंड और दिल्ली पुलिस की संयुक्त टीम ने दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया. रंजीत को बुधवार को ही पुलिस रांची लाएगी.
वहीं, पीड़िता ज्योति का कहना है कि अब सच लोगों के सामने आ जाएगा. उन्होंने आरोप लगाया कि उनका पति पूरी तैयारी के साथ सामने आ रहा है. पुलिस ने भरोसा दिलाया है कि गिरफ्तारी के बाद तेजी से कार्रवाई होगी और रंजीत से जुड़े सारे लोगों से पूछताछ होगी.
दूसरी ओर, तारा शाहदेव के पति रंजीत सिंह कोहली ने अपनी पहचान के रूप में अपना ड्राइविंग लाइसेंस प्रशासन को भेजा है, जिसमें उसके पिता का नाम हरनाम सिंह कोहली और जन्म-तिथि 20 नवंबर 1977 दर्ज है. यह ड्राइविंग लाइसेंस इसी साल 8 मई का बना है. साथ ही कोहली ने झारखंड के गृह विभाग के उप सचिव के मुहर वाले एक पहचान पत्र की कॉपी भी भेजी है, जो गैर सरकारी अस्थायी प्रवेश पत्र के तौर पर है. इसी आधार पर मामले की जांच कर रही पुलिस भी कह रही है कि फिलहाल तो तारा का पति मुसलमान नहीं लगता.
गौरतलब है कि नेशनल शूटर तारा शाहदेव ने रंजीत कोहली से शादी की और शादी के बाद पता चला कि उसका पति मुसलमान है और उसका नाम रकीबुल हसन है. इतना ही नहीं, शादी के बाद रकीबुल तारा पर लगातार धर्म परिवर्तन का दबाव बनाने लगा. मामला खुलने पर वह फरार हो गया था.