वरिष्ठ बीजेपी नेता लाल कृष्ण आडवाणी मंगलवार को हजारीबाग जेल में बंद यशवंत सिन्हा से मिले. आडवाणी ने यशवंत सिन्हा को झारखंड के मुख्यमंत्री पद के लिए ‘योग्य व्यक्ति’ करार दिया. लेकिन इस मुलाकात के दौरान ऐसा कुछ हो गया जिसने विवाद खड़ा कर दिया है.
आडवाणी के साथ झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा भी यशवंत सिन्हा से मिलने पहुंचे थे. लेकिन देखते ही देखते जेल में दरबार सज गया और फिर यशवंत खड़े होकर लोगों को संबोधित करने लगे. शायद जेल में सजे इस दरबार की खबर किसी को कानों-कान पता भी नहीं लगती, लेकिन अर्जुन मुंडा ने जेल में यशवंत सिन्हा के दरबार की तस्वीरें अपने फेसबुक पेज पर शेयर कर दीं.
अर्जुन मुंडा ने तस्वीरें शेयर क्या कीं, हर तरफ हंगामा मच गया. इन तस्वीरों में जेल की सेल नंबर 6 और 7 के सामने यशवंत सिन्हा दरबार लगाए हुए दिख रहे हैं. अर्जुन मुंडा खुद भी सेल नंबर 7 के सामने बैठे हैं. वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी भी चुपचाप इस तमाशे को देख रहे हैं. लेकिन उन्होंने भी इस तरह से कानून की धज्जियां उड़ते हुए देखकर कुछ नहीं कहा.
अर्जुन मुंडा के फेसबुक पोस्ट पर ही लोगों ने तरह-तरह के कमेंट किए हैं. इसमें यशवंत सिन्हा को झारखंड का अगला मुख्यमंत्री बनाने की बात भी कही गई है तो किसी ने हजारीबाग जेल में जेल मैनुअल और कानून की जमकर धज्जियां उड़ाने की बात भी लिखी है. खैर यशवंत सिन्हा को बुधवार सुबह जमानत मिल गई और वे जेल से बाहर आ गए. लेकिन इतने वरिष्ठ नेताओं के रहते हुए भी कानून की इस तरह से धज्जियां उड़ना एक गंभीर विषय है.