अंतरराज्यीय मानव तस्करी गिरोह के सरगना बाबा बामदेव उर्फ रामजी महाराज को झारखंड पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया है. बामदेव एक कुख्यात अपराधी है और इससे पहले दिल्ली पुलिस ने उसे अगस्त 2011 में रेप के आरोप में गिरफ्तार किया था. बामदेव पर झारखंड की 18 साल की आदिवासी लड़की से रेप का आरोप था.
पीड़िता को एक एनजीओ की महिला सदस्य बामदेव के पास काउंसलिंग के लिए गई थी. पीड़िता का कहना था कि अमृतसर में उसके मालिक ने उसके साथ यौन शोषण किया था.
गिरफ्तारी से पहले बामदेव कई एनजीओ और प्लेसमेंट एजेंसी के बीच तस्करी के जरिए लाई गई महिलाओं और लड़कियों की काउंसलिंग करता था. इनमें ज्यादातर महिलाएं और लड़कियां झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा जैसे राज्यों में घरेलू नौकर के तौर पर रखी जाती थीं.
बामदेव उर्फ रामजी महाराज को गिरफ्तार करने वाले टीम के एक अधिकारी ने बताया कि बामदेव बीबी ट्राइबल वेलफेयर सोसायटी के नाम से एनजीओ चलाता था. जिसमें वह उन लड़कियों को छुड़ाता था, जो तस्करी के जरिए लाई जाती थीं या फिर काउंसलिंग के लिए उसके संपर्क में आती थीं. लेकिन बामदेव इन सब का फायदा उठाता और काउंसलिंग के नाम पर उनका यौन शोषण करता.
पश्चिमी दिल्ली के एडिशनल सीपी रणबीर सिंह ने कहा कि बामदेव एक कुख्यात अपराधी है. कई पुलिस स्टेशनों में दर्ज मामलों में उसकी तलाश है. सिंह ने आगे कहा, 'हम झारखंड पुलिस के संपर्क में है और बामदेव की कस्टडी लेने का प्रयास कर रहे हैं. पूछताछ के लिए उसे ट्रांजिट रिमांड पर दिल्ली ले आएंगे.'
रणबीर से जब यह पूछा गया कि बामदेव को रेप केस में जमानत कैसे मिली, तो उन्होंने कहा कि कुछ गवाह अदालत में उसके खिलाफ गवाही देने से मुकर गए थे. इसके साथ ही रेप का मामला दर्ज करवाने के लिए पीड़िता को कहने वाले पक्ष के खिलाफ भी मामला दर्ज था.
जमानत पर रिहा होने के बाद भी बामदेव ने आपराधिक कारनामों को अंजाम देना जारी रखा. पिछले दो सालों में उसके खिलाफ तीन अलग-अलग मामले दर्ज किए गए हैं.