सदी के सबसे लंबे चंद्रग्रहण और गुरु पूर्णिमा के संयोग के साथ ही शनिवार से शुरू होने वाले श्रावणी मेले पर देवघर के बैद्यनाथ मंदिर में विशेष तैयारी की गई है. सावन के महीने में उमड़ने वाली शिव भक्तों की भीड़ को देखते हुए इस बार सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतज़ाम किए गए हैं.
इस बार पूरे मंदिर इलाके को एटीएस के हवाले किया गया है. इसके अलावा पूरे मेला क्षेत्र में सुरक्षाबलों की अलग-अलग कंपनियों के 12 हज़ार से भी अधिक जवान तैनात किए गए हैं.
मुख्यमंत्री रघुवर दास खुद करेंगे निगरानी
झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास इस बार श्रावणी मेले पर खुद नजर रखेंगे. लिहाजा, प्रशासन भी किसी तरह का जोखिम लेने के मूड में नहीं है. देवघर आने वाले कांवरियों के लिए इस बार माकूल इंतज़ाम किए गए हैं. पानी, बिजली, सड़क के अलावा कावरियों को रात में ठहरने के लिए टेंट और जगह-जगह पर चिकित्सा सुविधा का भी खास ध्यान रखा गया है. मेले के दौरान आतंकरोधी स्क्वॉयड टीम भी तैनात रहेगी.
गौरतलब है कि बिहार के सुल्तानगंज से गंगा जल उठाने के बाद कांवारिये बोल-बम का उद्घोष करते हुए 108 किलोमीटर दूर शिव मंदिर की ओर बढ़ते हैं. यह रास्ता काफी कठिन होता है. इस दौरान भक्तों को नदी-नाले, खेत और ऊंची पहाड़ियों से होकर गुजरना पड़ता है, लेकिन उत्साह का माहौल बना रहता है.