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झारखंड के पश्चिम सिंहभूम के बंदगांव प्रखंड के रोवाउली गांव में रहने वाले भोक्ता गंझू समुदाय के लोगों ने सोमवार को चक्रधरपुर एसडीओ कार्यालय के बाहर रैली निकाल धरना प्रदर्शन कर नारेबाजी की. गंझू समुदाय के लोग न्याय की मांग कर रहे थे. इन लोगों की मांग थी कि उनकी जमीन का उन्हें हक दिलाया जाए.
दरअसल रांची से 60 किमी दूर और बंदगांव एनएच 75 से मात्र 5 किमी की दूरी पर स्थित राेवाउली गांव में भाेक्ता गंझू समुदाय के 11 परिवार आजाद भारत में गुलामी की जिंदगी जीने को मजबूर हैं. आरोप है की राेवाउली गांव में भोक्ता गंझू के 11 परिवार पर बोदरा बहुसंख्यक लोग जुल्म ढा रहे हैं. भाेक्ता गंझू जाति के 11 परिवार एससी समुदाय से आते हैं. एसटी समुदाय के बाेदरा परिवाराें ने बहुसंख्यक हाेने के कारण दबंगई दिखाते हुए गंझू परिवारों की 170 एकड़ जमीन पर 35 सालाें से कब्जा जमाए हुआ है.
गंझू परिवार 35 साल से अपनी जमीन वापस पाने के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं, लेकिन इन परिवारों को आज तक इंसाफ नहीं मिला. चाेरी छुपे अब तक 84 बार देश के प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री और जिला प्रशासन तक काे गंझू परिवार चिट्ठी लिखकर शिकायत कर चुके हैं, लेकिन कहीं से भी इनको न्याय मिलता नजर नहीं आ रहा है.
बताया जाता है की देश की आजादी से पहले इन्हीं गंझू परिवार के लोगों को राेवाउली गांव की ग्राम प्रधानी मिली थी, जिसका हुकूकनामा भी मौजूद है, लेकिन बहुसंख्यक बाेदरा परिवार ने जबरन ग्राम प्रधानी भी इनसे छीन ली है. ग्राम प्रधानी के मामले को लेकर भी केस चल रहा है. गंझू परिवार के लोगों को बोदरा परिवार किसी भी प्रकार का सरकारी लाभ तक नहीं लेने देता है. गंझू परिवार को सरकारी लाभ में महज अनाज ही मिल पाता है. पीएम आवास, शौचालय, पेंशन जैसी सरकारी सुविधाओं से यह परिवार महरूम है. अब गंझू परिवार के लोग न्याय की मांग कर रहे हैं, उन्हें उनकी हड़पी गई जमीन वापस चाहिए. इस मामले काे लेकर गंझू परिवार के लोगों ने चक्रधरपुर एसडीओ कार्यालय का घेराव किया और जल्द इंसाफ दिलाने की मांग की. गंझू परिवार न्याय नहीं मिलने पर आमरण अनशन करने पर आमादा हैं.
एसडीओ बोले मिलेगा न्याय
इस पूरे मामले पर चक्रधरपुर के एसडीओ अभिजित सिन्हा ने आन्दोलन कर रहे पीड़ित परिवारों के साथ मुलाकात की. मुलाकात के बाद एसडीओ ने कहा की मामला सिविल कोर्ट में लंबित है, इन्हें कोर्ट से ही न्याय मिल पाएगा, इन्हें धैर्य रखने की जरूरत है. उन्होंने कहा की जहां तक सरकारी लाभ और इनके क्षेत्र के विकास का सवाल है, तो इसे प्राथमिकता के तौर पर उन्होंने लिया है. पीड़ित परिवार को सरकारी लाभ पहुंचाया जाएगा. एसडीओ ने बताया कि मांग है कि इनके क्षेत्र में पुलिस कैम्प खोला जाए, इस मामले में विचार किया जाएगा.
जिद पर अड़े आंदोलनकारी
वहीं एसडीओ से हुई मुलाकात और उनके आश्वासन से भी गंझू परिवार संतुष्ट नहीं है. हक और अधिकार पाने के लिए आन्दोलन कर रहे गंझू परिवार के लोगों ने कहा कि जब तक उन्हें उनका हक नहीं मिल जाता, वे भूखे प्यासे चक्रधरपुर अनुमंडल कार्यालय परिसर में धरने पर बैठे रहेंगे.