सूबे में बीजेपी और जेएमएम (झारखंड मुक्ति मोर्चा) के बीच चल रही सियासी दंगल में जुबानी जंग अब अपनी सीमा लांघने लगी है. दुमका में जेएमएम के 39वें स्थापना दिवस समारोह के मौके पर पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने बीजेपी को राक्षस की संज्ञा देते हुए कहा कि बीजेपी एक राक्षस की तरह दिल्ली से लेकर धीरे-धीरे पूरे देश में कब्जा जमा रही है और देश की स्वतंत्र एजेंसियों से लेकर लोकतंत्र के सभी स्तंभों को अपनी जेब में कर लिया है. वहीं बीजेपी ने हेमंत सोरेन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि हेमंत ने कई सेल कंपनियों के सहारे मनी लॉन्ड्रिंग की है.
संथालपरगना से हुआ ऐलान-ए-जंग
दुमका के ऐतिहासिक गांधी मैदान में हुए विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री और जेएमएम के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकार को अपने निशाने पर रखा. पार्टी नेता हेमंत सोरेन ने बीजेपी की तुलना एक राक्षस से करते हुए कहा कि इस देश में जनता को अब न्याय मिलना मुश्किल हो गया है क्योंकि देश की सभी स्वतंत्र एजेंसिया बीजेपी के इशारों पर चल रही है. ऐसे में जनता को न्याय के लिए अब जन अदालत में जाना होगा. उन्होंने बीजेपी के आदिवासी और दलित प्रेम पर भी सवाल उठाया.
बीजेपी का पलटवार
जेएमएम के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए बीजेपी के विधायक राम कुमार पाहन ने आरोप लगाया कि हेमंत सोरेन रवि केजरीवाल नाम के एक व्यक्ति की आड़ में कई सेल कम्पनियां चला रहे हैं. इन कंपनियों की मदद से उन्होंने मनी लॉन्ड्रिंग की है. बताया जाता है कि रवि केजरीवाल कभी सभाओं में लाउडस्पीकर लगाने का काम किया करता था. बाद में शिबू सोरेन के संपर्क में आने के बाद अचानक किस्मत ने पलटी खाई और वो करोड़ों में खेलने लगा.
आरोप है कि शिबू सोरेन के चरम के दिनों में केजरीवाल परिवार को शिबू परिवार के लिए पैसा बनाने से लेकर पैसा खपाने तक का जिम्मा था. इसी दौरान रवि केजरीवाल परिवार के करीबी मनोहर पाल शिबू सोरेन के आप्त सचिव बने. इनके आप्त सचिव बनने के बाद कहा जाने लगा कि सोरेन परिवार राजनीति करती थी और बाकी का सारा काम प्रयाग केजरीवाल और मनोहर पाल के जिम्मे था. बाद में मनोहर पाल ने अपना कारोबार शुरू कर लिया और समृद्धि स्टील के मालिक बने. हाल ही में करोड़ों की लागत से दिल्ली में एक फ्लाइंग क्लब खोला है.
जेएमएम का गढ़ संथाल
झारखंड में सत्ता पाने को बेचैन जेएमएम और सत्ताधारी बीजेपी के बीच की इस जंग में तरकश के सभी तीर आजमाए जा रहे हैं. दरअसल बीजेपी जहां आपसी अंतर्द्वंद में उलझी है वहीं जेएमएम हमलावर है. वैसे पारंपरिक तौर पर संथाल परगना जेएमएम का गढ़ माना जाता है. ऐसे में जेएमएम ने दुमका में विशाल जनसभा का आयोजन कर बीजेपी को घेरने की रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है.