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स्वच्छता सर्वेक्षण 2018: झारखण्ड बना बेस्ट परफॉर्मर स्टेट

बीते साल इन्हीं सर्वेक्षणों में झारखण्ड तीसरे पायदान पर था. जबकि 2016 में हुए सर्वेक्षण के दौरान झारखण्ड काफी पीछे था. लेकिन बीते दो वर्षों में झारखण्ड ने स्वच्छता के मनकों पर खरा उतारते हुए लम्बी छलांग लगाई है.

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प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर
प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

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देश भर के 4 हजार से अधिक शहरों की स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 की रिपोर्ट जारी कर दी गयी है. केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने इस रिपोर्ट को जारी किया. स्वच्छ भारत मिशन के तहत हो रहे कार्यों में झारखण्ड को बेस्ट परफॉर्मिंग स्टेट घोषित किया गया है. इस रिपोर्ट में लगातार दूसरे साल इंदौर को भारत का सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया गया है.

बीते साल झारखण्ड तीसरे स्थान पर था

बीते साल इन्हीं सर्वेक्षणों में झारखण्ड तीसरे पायदान पर था. जबकि 2016 में हुए सर्वेक्षण के दौरान झारखण्ड काफी पीछे था. लेकिन बीते दो वर्षों में झारखण्ड ने स्वच्छता के मनकों पर खरा उतारते हुए लम्बी छलांग लगाई है. सबसे खास बात यह है कि झारखण्ड के सभी 41 शहरों की रैंकिंग में सुधार आया है. मुख्यमंत्री रघुवर दास ने इसके लिए नागरिकों और नगर विकास विभाग से जुड़े लोगों को धन्यवाद देते हुए कहा है कि यह सभी की मेहनत की वजह से हुआ है.

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सिटीजन फीडबैक में रांची अव्वल

देश के सभी राजधानियों में जनता से लिए गए फीडबैक में रांची को सबसे अव्वल रहा है. वहीं एक से तीन लाख की आबादी वाले शहरों में गिरिडीह को पहला स्थान मिला है. जबकि बुंडू को एक लाख से काम आबादी वाले शहरों में सबसे क्लीनेस्ट सिटी का अवॉर्ड मिला है. सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट में चाईबासा को ईस्ट ज़ोन में पहला स्थान हासिल हुआ है. इसके अलावा इनोवेशन और बेस्ट प्रैक्टिस केटेगरी में पाकुड़ को ईस्ट जोन में पहला स्थान हासिल हुआ है.

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