scorecardresearch
 

कोयला तस्करी केस की जांच तेज, झारखंड से बंगाल तक कई जगहों पर CBI की छापेमारी

कोयले की तस्करी की शिकायत पर सीबीआई की 30 सदस्यीय टीम ECL की बंगाल और झारखंड स्थित कोयला खदानों की जांच कर रही है. अब इस जांच की आंच ECL की देवघर स्थित एसपी माइंस, चितरा तक पहुंच गई है.

Advertisement
X
सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर
स्टोरी हाइलाइट्स
  • ईडी की कुल 16 टीमें जगह-जगह छापेमारी
  • पश्चिम बंगाल के कई इलाकों में छापेमारी

पश्चिम बंगाल में चुनाव से पहले कोयला घोटाले मामले में जांच तेज हो गई है. आज सीबीआई और ईडी ने बंगाल के कई इलाकों में छापेमारी की है. ईडी की कुल 16 टीमें जगह-जगह छापेमारी कर रही हैं. इस छापेमारी में केंद्रीय सुरक्षाबलों के जवान भी टीमों के साथ मौजूद हैं. ये वही कोयला घोटाला है जिसमें ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी की पत्नी और साली से सीबीआई ने पूछताछ की थी. 

Advertisement

गौरतलब है कि कोल इंडिया की कंपनी ईस्टर्न कोलफ़ील्ड्स लिमिटेड की कोलियरी से बड़े पैमाने पर कोयले की तस्करी की शिकायत पर सीबीआई की 30 सदस्यीय टीम ECL की बंगाल और झारखंड स्थित कोयला खदानों की जांच कर रही है. इस बीच जांच की आंच ECL की देवघर स्थित एसपी माइंस, चितरा तक पहुंच गई है. 

सीबीआई और विजिलेंस की टीम CMPDI के साथ मिल कर यहां कोयला खनन से लेकर कोयले के कारोबार और बाहर डिस्पैच का गहन जांच कर रही है. इस क्रम में सीबीआई ने एसपी माइंस चितरा के महाप्रबंधक कार्यालय पहुंच कर कई अहम जानकारी इकट्ठा की. टीम ने कोयला खनन और डिस्पैच के संबंध में पूरी जानकारी संबंधित अधिकारियों से ली है.

एसपी माइंस के महाप्रबंधक संजय कुमार सिंह ने बताया कि पूरे ECL में अवैध खनन की जांच चल रही है, उसी संदर्भ में सीबीआई की टीम यहां आई है और टीम ने माइंस में जा कर खुद इसकी पड़ताल की है. हालांकि महाप्रबंधक के अनुसार टीम द्वारा उन्हें किसी तरह की जानकारी नहीं दी गई है.

Advertisement

कोलियरी प्रबंधन के अधिकारियों के साथ टीम ने पूरा खनन क्षेत्र की फिजिकल जांच की है. कोयला खनन और डिस्पैच सहित कोयले से जुड़े कारोबार की पूरी जानकारी टीम ने इकट्ठा की है. इससे जुड़ी महत्वपूर्ण फाइलों को भी टीम द्वारा खंगाला गया. देवघर स्थित ECL के एसपी माइंस में कोयले का ओपन कास्ट खनन होता है. 

मुख्य रूप से यहां से कोयला ट्रक के जरिये जामताड़ा रेलवे साइडिंग पहुंचाया जाता है. ऐसे में कोयला खनन से लेकर डिस्पैच तक कोयले की चोरी और तस्करी के आरोप लगते रहे हैं. इसमें बड़े कोल माफिया की संलिप्तता रही है. इनके तार बिहार, झारखंड सहित पश्चिम बंगाल से जुड़े होने और उन्हें राजनीतिक संरक्षण की बात भी सामने आती रही है.

संभवतः इसी टिप के आधार पर सीबीआई की टीम यहां पहुंची है. सीबीआई टीम के पहुंचने से कोलियरी प्रबंधन सहित कोयला कारोबार से जुड़े लोग और कोयला खनन सहित डिस्पैच का काम देख रहे कर्मचारियों में हड़कंप है.

 

Advertisement
Advertisement