झारखंड के बोकारो के गोमिला में एक दलित लड़की से रेप का मामला सामने आया है. पीड़िता के परिवार का आरोप है कि दलितों के मुखिया की मंजूरी से उसके दामाद ने ही इस घटना को अंजाम दिया.
पड़ोसियों ने बताया कि सात जुलाई की शाम करीब साढ़े चार बजे इसी बस्ती में रहने वाले नाकाबंदी पासी और उसकी पत्नी पीड़िता के घर पहुंचे. उस वक्त घर पर केवल मां-बेटी ही मौजूद थे. पासी की पत्नी घर के अंदर में घुसी और पीड़िता के बालों को पकड़ कर उसे घसीटते हुए बाहर लाई और पति के हवाले कर दिया. फिर पति से लड़की का रेप करने को कहा.
नाकाबंदी पासी की पत्नी ने खुलासा किया कि बदला लेने के लिए उसने अपने पति से रेप करवाया है. उसने बताया कि 'घटना की एक रात पहले 6 जुलाई को रात 12 बजे पीड़िता का भाई उसके घर में जबरन घुसा और चाकू की नोक पर उसके साथ बदसलूकी की. उस वक्त उसका पति घर के बाहर सो रहा था. इसी बीच जब वह चीखने-चिल्लाने लगी, तो वह शख्स भाग खड़ा हुआ. महिला ने पूरी घटना अपने पति को बताई. दूसरे दिन जब उस शख्स की बहन पानी भरकर घर लौट रही थी तो उसके पति ने लड़की का रेप किया'.
पीड़िता के पड़ोसियों का आरोप है कि नाकाबंदी पासी ने ये सब बस्ती के मुखिया के कहने पर किया है. बस्ती का मुखिया घोसाल पासी का ससुर है. हालांकि मुखिया की पत्नी आशा देवी का कहना है कि घटना के दिन उनके पति किसी निजी काम से दूसरे गांव गए थे.
तेनुघाट के अस्पताल में इलाजरत पीड़िता के डॉक्टरों का कहना है कि जब उसे अस्पताल लाया गया तो उसके शरीर से काफी खून बह रहा था और उसकी हालत नाजुक थी. शनिवार को उसे डिस्चार्ज कर दिया जाएगा. गोमिया पुलिस पूरे मामले की तफ्तीश कर रही है.