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झारखंडः स्वास्थ्य मंत्री बोले- ऑक्सीजन की कमी से मौत के लिए PM मोदी जिम्मेदार, हर्षवर्धन को बलि का बकरा बनाया

देश में एक बार फिर ऑक्सीजन की कमी से मौत को लेकर बवाल मच गया है. इस बीच झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा है कि ऑक्सीजन की कमी से हुई मौत के लिए प्रधानमंत्री मोदी जिम्मेदार हैं. उन्होंने डॉ. हर्षवर्धन को बलि का बकरा बनाया.

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ऑक्सीजन की कमी से मौत पर सरकार के बयान को लेकर बवाल मचा हुआ है. (फाइल फोटो-PTI)
ऑक्सीजन की कमी से मौत पर सरकार के बयान को लेकर बवाल मचा हुआ है. (फाइल फोटो-PTI)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता का बयान
  • ऑक्सीजन की कमी से मौत के लिए पीएम जिम्मेदार

ऑक्सीजन की कमी से मौत (Deaths Due to lack of Oxygen) को लेकर राज्यसभा में दिए केंद्र सरकार के जवाब पर बवाल मचा हुआ है. इस बीच झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता (Banna Gupta) का एक बड़ा बयान सामने आया है. बन्ना गुप्ता ने कहा कि ऑक्सीजन की कमी से हुई मौत के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) जिम्मेदार हैं. उन्होंने डॉ. हर्षवर्धन (Dr. Harsh Vardhan) को बलि का बकरा बनाया. 

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बन्ना गुप्ता ने दावा किया कि ग्रामीण इलाकों के लिए उन्हें ऑक्सीजन नहीं दी गई थी. उन्होंने कहा, "कोरोना से हुई मौतों का हम ऑडिट करवा रहे हैं. ग्रामीण इलाकों में ऑक्सीजन नहीं दी गई थी. देश में ज्यादातर मौतें ऑक्सीजन की कमी के कारण ही हुई है."

उन्होंने आगे कहा, "इन सबके लिए प्रधानमंत्री मोदी ही एकमात्र जिम्मेदार हैं, लेकिन डॉ. हर्षवर्धन को बलि का बकरा बनाया गया. जनता इसे स्वीकार नहीं करेगी."

ये भी पढ़ें-- ऑक्सीजन संकट: राज्यों की रिपोर्ट-केंद्र का आंकड़ा, सियासी घमासान से अलग है जमीनी हकीकत

ऑक्सीजन की कमी से मौत पर क्यों हो रहा बवाल?

दरअसल, बीते दिनों राज्यसभा में दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी से मारे गए लोगों के बारे में जानकारी मांगी गई थी. इसका जवाब देते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) ने कहा था, "कोरोना से होने वाली मौतों की जानकारी नियमित आधार पर राज्य और केंद्र शासित प्रदेश केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को देते हैं. लेकिन किसी भी राज्य या केंद्र शासित प्रदेश ने ऑक्सीजन की कमी से होने वाली मौत को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय को जानकारी नहीं दी है."

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केंद्र के इस बयान के बाद से ही देश में ऑक्सीजन की कमी से मौत को लेकर बवाल मच गया है. विपक्षी पार्टियां केंद्र पर झूठ बोलने का आरोप लगा रही हैं, तो वहीं केंद्र का कहना है कि उसे राज्यों की ओर से ऑक्सीजन की कमी से हुई मौतों की जानकारी नहीं दी गई है.

 

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