दुमका के अंकिता सिंह हत्याकांड को लेकर अब सियासत गरमा गई है. विपक्ष के नेताओं ने सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास ने कहा है कि दुमका की घटना से मानवता, समाज और झारखंड शर्मसार हुआ है. राज्य में आदिवासी बच्चियों, महिलाओं के साथ 1000 से ज़्यादा मामले हुए हैं. यह साधारण घटना नहीं है क्योंकि एक समुदाय विशेष के लोग लव जिहाद के माध्यम से डेमोग्राफी बदलना चाहते हैं.
सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि आखिरकार दुमका की बेटी अंकिता रांची के रिम्स में जिंदगी की जंग हार गई. शाहरूख नामक के वहशी युवक ने उसे पेट्रोल छिड़ककर आग के हवाले कर दिया था. राज्य सरकार फास्ट ट्रैक कोर्ट का गठन कर हत्यारे को फांसी की सजा दिलाए.
शिवेसना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि इस तरह की खबरें बार-बार पढ़ना घृणित हैं. ऐसे अपराधों पर जीरो टॉलरेंस होना चाहिए. वहीं, राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि ये बेहद दयनीय है, आप महिलाओं को जबरदस्ती शादी के लिए नहीं मनवा सकते हैं और इसलिए उस बच्ची को अपनी जान गंवानी पड़ी. हमने DGP से 7 दिन में रिपोर्ट मांगी है.
बता दें कि दुमका की रहने वाली अंकिता को 22 अगस्त को शाहरुख नाम के युवक ने जिंदा आग के हवाले कर दिया था. इस वारदात के पांच दिन बाद रांची में अंकिता ने दम तोड़ दिया. अंकिता पर शाहरुख ने फोन पर बात करने का दबाव बनाया था. इस बीच शाहरुख का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें पुलिस कस्टडी के अंदर वह मुस्कुरा रहा है.
इस वीडियो को शेयर करते हुए लोगों ने शाहरुख की 'बेशर्म हंसी' पर सवाल उठाया. ट्विटर पर वीडियो शेयर करते हुए लोगों ने लिखा, 'शाहरुख की बेशर्म हंसी से साफ है कि अंकिता की हत्या का उसे कोई पछतावा नहीं है.' फिलहाल शाहरुख को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और उससे हत्या में शामिल अन्य आरोपियों को लेकर पूछताछ की जा रही है.