ईडी ने कथित भूमि घोटाले से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग केस में रविवार को झारखंड से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज प्रसाद साहू से 5 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की. इसी केस में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को हाल ही में गिरफ्तार किया गया था. न्यूज एजेंसी पीटीआई ने केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों के हवाले से बताया कि धीरज साहू पूछताछ का सामना करने के लिए रविवार को लगातार दूसरे दिन प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश हुए. शनिवार को ईडी ने उनसे करीब 11 घंटे तक पूछताछ की थी.
एक ईडी अधिकारी ने बताया कि धीरज साहू रविवार शाम करीब तीन बजे रांची ईडी कार्यालय में दाखिल हुए और रात 8:30 बजे बाहर आए. साहू ने ईडी कार्यालय से बाहर आने के बाद संवाददाताओं से कहा, 'कुछ कागजी कार्रवाई चल रही थी और मैं सहयोग कर रहा था'. अधिकारियों ने कहा कि ईडी ने हेमंत सोरेन के साथ कथित संबंधों और एक लक्जरी कार के संबंध में धीरज साहू का बयान दर्ज किया है, जिसे एजेंसी ने पिछले महीने एक तलाशी अभियान के दौरान दिल्ली में झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष (हेमंत सोरेन) के आवास से जब्त किया था.
ईडी अधिकारियों को साउथ दिल्ली में झारखंड सरकार द्वारा लीज पर दी गई प्रॉपर्टी में लक्जरी कार (BMW) की चाबी मिली थी और वहां छापेमारी पूरी करने के बाद वे गाड़ी को अपने साथ ले गए. शनिवार रात पूछताछ के बाद धीरज साहू ने संवाददाताओं से कहा था, 'ज्यादा कुछ नहीं है... जब्त किया गया वाहन पूर्व सीएम का नहीं है और इसका स्वामित्व किसी और के पास है... जांच जारी है'. सूत्रों की मानें तो ईडी द्वारा झारखंड सरकार के साउथ दिल्ली स्थित प्रॉपर्टी से जब्त की गई लक्जरी कार धीरज साहू की कंपनी के नाम पर रजिस्टर्ड है.
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू पिछले साल दिसंबर में तब चर्चा में थे जब आयकर विभाग ने ओडिशा स्थित बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड से जुड़े परिसरों पर छापेमारी के दौरान 351.8 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की थी. बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी का स्वामित्व धीरज साहू के परिजनों के पास है. अधिकारियों ने बताया कि राज्य में कथित अवैध खनन से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग जांच में ईडी ने रविवार को लगातार दूसरे दिन साहिबगंज के उपायुक्त रामनिवास यादव से भी पूछताछ की.