झारखंड के गुमला जिला के घाघरा इलाके में स्थित पनवारी गांव में वन अधिकारीयों ने कुंए में गिरे एक हाथी के बच्चे को सफलतापूर्वक बाहर निकाला. सात घंटे चले इस रेस्क्यू ऑपरेशन में हाथी के बच्चे को सही सलामत बाहर निकाल लिया गया. दरअसल हाथी का बच्चा खेत में बने कुंए में गिर गया था.
झारखंड का आदिवासी बहुल गुमला जिला घने वनो की वजह से हाथियों का पसंदीदा इलाका है. लेकिन खेतों में लगी फसलों को खाने हांथी अक्सर गांव में चले आते हैं. ऐसी ही एक घटना में जब जंगली हाथी अपने झुण्ड के साथ यहां पहुंचे तो झुण्ड में शामिल हाथी का एक बच्चा खेत में बने एक गहरे कुंए में गिर गया. हाथियों ने उसे निकालने की बहुत कोशिश की, लेकिन कुंए के गहरे होने की वजह से वे सफल नहीं हो पाए.
वन अधिकारीयों की मेहनत रंग लाई
जब गांववालों की नजर कुंए में गिरे हाथी के बच्चे पर पड़ी तो उन्होंने तुरंत इसकी खबर स्थानीय वन अधिकारीयों को दी. सूचना पाकर वहां पहुंचे वन अधिकारीयों ने तुरंत दो जेसीबी मशीने मंगवाई. इसके बाद वन विभाग की टीम बच्चे को बाहर निकालने के काम में जुट गई. इस काम में गांववालों ने भी बढ़-चढ़ कर मदद की.
सात घंटो तक चला रेस्क्यू ऑपरेशन
तक़रीबन सात घंटो की कड़ी मेहनत के बाद वन अधिकारीयों ने जेसीबी की मदद से कुंए से लगता हुआ गड्ढा खोदा. इसके बाद हाथी के बच्चे को बाहर निकाल लिया. जिसके तुरंत बाद मौके पर मौजूद पशु चिकित्सक ने हांथी के बच्चे की जांच की. जांच में बच्चे को कोई गंभीर चोट नहीं आई थी. जिसके बाद वन विभाग के अधिकारियों के द्वारा हाथी के बच्चे को झुण्ड में वापस छोड़ दिया गया.