झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार ने आज बुधवार को 2021-22 के लिए 91,277 करोड़ रुपये का बजट पेश कर दिया. हालांकि बजट पेश करने के दौरान सदन में जमकर हंगामा हुआ और वित्त मंत्री की ओर से बजट पेश किए जाने के वक्त बीजेपी विधायक भी अपना बजट पेश करते रहे.
हालांकि बजट पेश किए जाने से पहले विधानसभा के अंदर और बाहर बीजेपी विधायकों ने प्रदर्शन और हंगामा किया. वेल में विधायक बैठ भी गए. बजट पेश किए जाने के दौरान बीजेपी विधायकों की तरफ से सीटियां भी बजाई गईं. बीजेपी विधायक वेल में भी हंगामा करने लगे.
इससे पूर्व वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने बजट पेश करने से पहले राज्यपाल से शिष्टाचार मुलाकात की. विधानसभा में वित्त मंत्री मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिले और बजट की कॉपी सौंपी. झारखंड के वित्तमंत्री रामेश्वर उरांव ने 1 घंटा 15 मिनट के भाषण में विधानसभा में राज्य का बजट पेश किया. उन्होंने 12 बजकर 03 मिनट पर भाषण शुरू किया और 1 बजकर 18 मिनट पर खत्म किया. उरांव ने बजट भाषण की शुरुआत कविता से की और खत्म भी कविता के साथ की.
कितने का बजट हुआ पेश
वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए 91,277 करोड़ रुपये का वार्षिक बजट का आकलन है, जिसमें राजस्व व्यय के लिए 75,755.01 करोड़ रुपये और पूंजीगत व्यय के लिए 15,521.99 करोड़ रखा गया है. पिछले वित्त वर्ष में 86,370 करोड़ का बजट पेश किया गया था.
आज पेश किए गए बजट में क्या
राज्य में माइनिंग कॉरिडोर का निर्माण होगा.
लघु ग्रामीण योजना के तहत हर घर में पानी पहुंचाने की योजना.
गिरिडीह, धनबाद और देवघर में रिंग रोड बनेंगे.
24 नगर निकायों में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट की योजना.
परिवहन के साधनों और उपलब्धता से पर्यटन को बढ़ावा.
लुगू बुरु और रजरप्पा को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की योजना.
राज्य के जलाशयों में जलक्रीड़ा विकसित की जाएगी.
दुर्गम पर्यटक क्षेत्रों में रोपवे का निर्माण होगा.
राज्य के सभी गांव में सिद्धो कान्हो खेल क्लब स्थापित होगा.
राज्य के खेल यूनिवर्सिटी की स्थापना को मूर्त रूप दिया जाएगा.
महिला फुटबाल को बढ़ावा देने के लिए ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन के साथ एमओयू किया जाएगा.
36 आवासीय प्रशिक्षण केंद्र का निर्माण और गुणवत्तापूर्ण खेल किट दी जाएगी.
झारखंड मिल्क फेडरेशन की मदद से जमशेदपुर और गिरिडीह में नए प्लांट और रांची में मिल्क प्रोडक्शन उत्पादन प्लांट लगाने की योजना.
मत्स्य बीज ग्रामीणों को दिए जाएंगे जलाशयों के मछुआरे के मत्स्य अनुदान दिया जाएगा.
बंधुआ मजदूर के पुनर्वास के लिए 10 लाख रुपये के कॉरपस फंड स्वीकृत कर दिया गया है.
बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत 26 हज़ार एकड़ में फलदार पौधे रोपे जाएंगे.
निलांबर-पितांबर योजना के तहत एक लाख हेक्टेयर भूमि के उपचार का लक्ष्य रखा गया है.
दुमका जिले में भूमिगत पाइपलाइन सिंचाई योजना आरंभ की जाएगी.
गुरुजी किचन नामक नई योजना की शुरुआत की जाएगी, 5 रुपये में दाल भात मुहैया कराया जाएगा.
राष्ट्रीय खाद सुरक्षा योजना के लाभार्थियों को धोती साड़ी एवं लूंगी का वितरण किया जाएगा.
ऊर्जा के उत्पादन संचरण और वितरण के लिए बुनियादी सुविधाएं विकसित की जाएंगी.
शहरी क्षेत्रों को हरा-भरा करने के लिए शहरी वानिकी योजना से सड़कों के किनारे खाली जमीन पर पौधरोपण होगा.
जिला पंचायत और राज्य पंचायत संसाधन केंद्र के रखरखाव और संरक्षण के लिए राशि उपलब्ध कराई जाएगी.
24 जिलों में सॉलि़ड वेस्ट मैनेजमेंट की स्थापना की जाएगी.
एससी-एसटी और अन्य पिछड़ा वर्ग के कल्याण हेतु 10 युवाओं को विदेशी यूनिवर्सिटी में पढ़ने का मौका मिलेगा.
स्थानीय भाषाओं के लिए भाषा केंद्र स्थापित की जाएगी.
राज्य के बुजुर्गों को विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए एक हेल्पलाइन स्थापित की जाएगी.
यूनिवर्सल पेंशन स्कीम शुरू होगी जिसके तहत वृद्ध विधवा दिव्यांग लाभान्वित होंगे.
60 वर्ष से ज्यादा उम्र वाले गरीबों का पेंशन कार्ड बनाया जाएगा.
फूलो झानो योजना के तहत हड़िया- दारु निर्माण से हटाकर आजीविका के साधनों से जोड़ा जाएगा.
कुपोषण हटाने की दिशा में साधना पोषण कार्यक्रम का शुभारंभ किया जाएगा.
शहीद ग्राम योजना विकास के लिए इस योजना के क्रियान्वयन के लिए पांच करोड़ रुपये की राशि का प्रावधान किया गया.
सदन में दो बजट हो रहे थे पेश
सदन में बजट पेश होने के दौरान अजीबोगरीब स्थिति उत्पन्न हो गई थी. वित्त मंत्री राज्य का बजट पेश कर रहे थे तो बीजेपी विधायक अपना बजट पढ़ रहे थे. इस दौरान सदन में जमकर हो हल्ला भी मचा. हो हल्ला के दौरान सीटियां भी सदन में बजाई गईं.
सदन में बीजेपी विधायक भगवा कपड़े पहनकर सरकार का विरोध कर रहे थे. सीटी बजाने की घटना से स्पीकर काफी नाराज भी हो गए और बीजेपी विधायक इंद्रजीत महतो को सदन से निष्कासित कर दिया.
राज्य हित का बजटः हेमंत सोरेन
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बजट को राज्य हित का बजट करार दिया. उन्होंने कहा कि इस बजट का दूरगामी प्रभाव पड़ेगा, पर हमने सिर्फ बजट ही पेश नहीं किया बल्कि बजट के परिणाम भी हमें चाहिए इसलिए आउटकम बजट भी राज्य की जनता के सामने रखा.
बीजेपी पर निशाना साधते हुए हेमंत सोरेन ने कहा कि इनके पास अब कुछ बचा नहीं है. पूर्व की बीजेपी की सरकार ने राज्य को दलदल में धकेल दिया था. हमारी सरकार राज्य को एक बेहतर तरीके से निश्चित दिशा में ले जाने का काम कर रही है और यह साल हमारा रोजगार उपलब्ध कराने का वर्ष होगा. उन्होंने यह भी कहा कि हर साल एक निश्चित लक्ष्य की दिशा में काम करेंगे और विकास को मजबूती के साथ धरातल पर उतारेंगे.
विपक्ष ने इस बजट को नकारा
बीजेपी विधायक राज सिन्हा ने कहा कि बजट के दौरान ऐसा लगा कि कोई अपरिपक्व और अनुभवहीन व्यक्ति बजट पेश कर रहा है. तथ्यहीन बजट भ्रामक है. पिछली बार भी घोषणा कर जब कुछ नहीं किया तो हम लोगों ने सदन में शैडो बजट पेश किया.