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फिर बढ़ने वाली लालू की मुसीबत, चारा घोटाले के चाईबासा केस में 24 जनवरी को फैसला

वहीं दुमका ट्रेजरी से अवैध निकासी से जुड़े केस आरसी 38ए-1996 में सीबीआई के स्पेशल जज शिवपाल सिंह की अदालत में भी उनकी पेशी हुई. साथ ही चारा घोटाले के सबसे बड़े मामले डोरंडा ट्रेजरी से 139 करोड़ से अधिक की सरकारी राशि की अवैध निकासी से जुड़े केस आरसी 47ए-1996 में स्पेशल जज प्रदीप कुमार की अदालत में उन्हें पेश किया गया.

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लालू यादव
लालू यादव

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राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को आज चारा घोटाले के तीन मामलों में कोर्ट में पेश किया गया. ये मामले दुमका, डोरंडा व चाईबासा ट्रेजरी से अवैध निकासी से संबंधित हैं. चाईबासा ट्रेजरी से जुड़े केस आरसी 68ए-1996 में सीबीआई की ओर से बहस हुई. बहस पूरी हो जाने के बाद कोर्ट ने फैसला सुनाने के लिए अगली तारीख 24 जनवरी तय कर दी है.

वहीं दुमका ट्रेजरी से अवैध निकासी से जुड़े केस आरसी 38ए-1996 में सीबीआई के स्पेशल जज शिवपाल सिंह की अदालत में भी उनकी पेशी हुई. साथ ही चारा घोटाले के सबसे बड़े मामले डोरंडा ट्रेजरी से 139 करोड़ से अधिक की सरकारी राशि की अवैध निकासी से जुड़े केस आरसी 47ए-1996 में स्पेशल जज प्रदीप कुमार की अदालत में उन्हें पेश किया गया. इससे पहले सुरक्षा बलों के जवानों के घेरे में लालू प्रसाद को बिरसा मुंडा जेल से सिविल कोर्ट परिसर में सीबीआई की स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया. आपको बता दें कि लालू प्रसाद यादव बीते 28 दिसंबर से बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में बंद हैं. देवघर कारागर मामले में उन्हें सीबीआई कोर्ट ने साढ़े तीन साल की सजा सुनाई गई है. साथ ही 5 लाख जुर्माना भी लगाया गया है.

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और बढ़ सकती हैं लालू की मुश्किलें

सुप्रीम कोर्ट के चारा घोटाले से जुड़े मामलों की सुनवाई जल्द पूरी करने के आदेश के बाद इसमें काफी तेजी आयी है. डोरंडा ट्रेजरी से जुड़े मामले में भी सुनवाई अपने अंतिम दौर है. इसके अगले एक से दो महीने में फैसला आने की उम्मीद है.

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