झारखंड के दुमका की झरिया विधानसभा से पूर्व विधायक संजीव सिंह को धनबाद मंडलकारा से दुमका जेल शिफ्ट कर दिया गया. बताया जा रहा है कि सुरक्षा के लिहाज से जेल आईजी के निर्देश पर आनन फानन में यह कदम उठाया गया है. वहीं कोयलांचल में इस कदम को सियासी नजरिये से देखा जा रहा है.
पूर्व विधायक संजीव सिंह को रविवार के छुट्टी के दिन दुमका जेल में शिफ्ट करने की सूचना पर सैकड़ों समर्थक सुबह से ही धनबाद जेल गेट के बाहर एकत्र हो गए. संजीव सिंह को लेकर पुलिस की गाड़ी जैसे ही जेल गेट से बाहर निकली, तो समर्थक उनकी गाड़ी के पीछे दौड़ पड़े. उन्हें दुमका जेल भेजने की इस कार्रवाई पर उनके समर्थकों ने कड़ा एतराज जताया है.
बात दें कि भाजपा के पूर्व विधायक पहले रांची होटवार जेल में थे, जहां से हाईकोर्ट के आदेश पर उन्हें धनबाद जेल शिफ्ट किया गया था और फिर अचानक आनन फानन में उन्हें धनबाद जेल से दुमका जेल भेज दिया गया.
जेल प्रशासन की इस कार्रवाई पर धनबाद भाजपा नेत्री व संजीव सिंह की पत्नी ने कहा है कि 'संजीव सिंह शुरू से ही जेल के सभी नियमों का पालन करते रहे हैं, वो नियम के विपरीत कभी नहीं गए. आखिरी अचानक से उन्हें दुमका जेल शिफ्ट करना समझ से परे है. उन्होंने कहा कि संजीव सिंह इस वक्त बीमार चल रहे हैं. उनके बेहतर इलाज के लिए कोर्ट में याचिका भी दायर की गई है. बावजूद इसके उन्हें दुमका जेल भेज दिया गया. गौरतलब है कि संजीव सिंह पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह हत्याकांड मामले में पिछले तीन वर्षों से जेल में बंद हैं.