झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा के बागी नेता चंपाई सोरेन ने साफ कर दिया है कि वह 30 अगस्त को भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने जा रहे हैं, लेकिन एक वक्त था जब चंपाई ने खुद को हेमंत सोरेन पार्ट-2 बताया था. पर इस घटनाक्रम के मात्र छह महीने बाद चंपाई जेएमएम से नाता तोड़ने का ऐलान कर दिया है और हेमंत सोरेन को पानी पी-पीकर कोस रहे हैं.
मनी लॉन्ड्रिंग मामले में तत्कालीन सीएम हेमंत सोरेन की नाटकीय गिरफ्तारी के बाद से चंपाई सोरेन की कहानी शुरू होती है. हेमंत के जेल जाने के बाद अटकलें थीं कि उनकी पत्नी कल्पना सोरेन को मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है, लेकिन 2 फरवरी, 2024 को झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में चंपाई ने शपथ ली थी और जून में हेमंत की जमानत पर रिहाई के बाद 5 महीने तक सीएम रहे के बाद 3 जुलाई को पद से इस्तीफा दे दिया. और यही से चंपाई ने हेमंत और जेएमएम के खिलाफ बगावती रुख अख्तियार कर लिया, लेकिन उन्होंने कभी सार्वजनिक रूप से इस स्वीकार नहीं किया.
मैं हेमंत सोरेन पार्ट-2 हूं
जेएमएम बागी नेता चंपाई सोरेन ने फरवरी के महीने में विधानसभा भवन में अपने भाषण में खुद को हेमंत सोरेन पार्ट-2 बताया था. उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन का चंपाई सोरेन दूसरा पार्ट है. हम गर्व से कहेंगे कि हम पार्ट-2 हैं... हेमंत बाबू हैं तो हिम्मत है.
'राजनीतिक परिस्थितियों में बना CM'
28 जून को हेमंत सोरेन जमानत पर बाहर आ गए थे. उनके जमानत पर बाहर आने के बाद से चर्चाएं थीं कि वह एक बार फिर से सीएम की कुर्सी पर काबिज होने की तैयारियां कर रहे हैं. आखिरकार 3 जुलाई की शाम को चंपाई सोरेन ने झारखंड के मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया. राज्यपाल को मुख्यमंत्री पद से अपना इस्तीफा सौंपने के बाद राजभवन से बाहर निकल कर मीडिया से बात करते हुए कहा था कि, 'पिछले दिनों राजनीतिक परिस्थितियों की वजह से मुझे मुख्यमंत्री बनाया गया था. लेकिन हेमंत सोरेन के जेल से बाहर आने के बाद हमारे गठबंधन ने निर्णय लिया है वह फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे.'
इस्तीफे के बाद बागी हुए चंपाई?
3 जुलाई के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद चंपाई सोरेन लगातार बागवती रुख अख्तियार करते जा रहे थे. लेकिन उन्होंने इस बात को कभी स्वीकार नहीं किया था. पर 18 अगस्त के घटनाक्रम से साफ हो गया था कि चंपाई अपने त्यागपत्र के बाद से नाराज चल रहे थे.
बीजेपी से हुई नजदीकियां
चंपाई सोरेन के लंबे चौड़े पोस्ट के बाद अचानक ही झारखंड की सियासत में हलचल तेज हो गई. सूत्रों ने बताया कि चंपाई जेएमएम से बगावत कर सकते हैं और जल्द ही बीजेपी नेतृत्व मिल सकते हैं. इन चर्चाओं पर जब उनसे इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा, "आप लोग ऐसा सवाल कर रहे हैं पर, इस पर क्या बोलें, हम तो आपके सामने हैं." इतना बोलते ही वह गाड़ी में बैठ गए. इस सबके बीच बीजेपी के नेता लगातार चंपाई सोरेन की तारीफ कर रहे थे.
ये मेरा नया अध्याय है: चंपाई
वहीं, 26 अगस्त को चंपाई बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृह मंत्री से मुलाकात की थी, जिसकी एक तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थी. अब उन्होंने खुद अपने बीजेपी में शामिल होने की पुष्टि कर दी है. उन्होंने मंगलवार को एक सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा, ये मेरा नया अध्याय है. पहले सोचा संन्यास ले लूं फिर जनता की मांग पर राजनीति में रुकने का फैसला लिया. मंथन के बाद सोचा कि पीएम मोदी के साथ जाना चाहिए. मैं बीजेपी में शामिल होने जा रहा हूं.