झारखंड की लोहरदगा पुलिस ने नक्सली संगठन पीएलएफआई के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है. इसमें एक नाबालिग भी शामिल है. पिछले दो महीनों में हत्या, गोलीकांड और नक्सली संगठन के नाम पर दहशत फैलाने में उनकी संलिप्तता रही है. इन नक्सलियों की गिरफ्तारी पुलिस की बड़ी कामयाबी मानी जा रही है. साथ ही इससे जिले में बिगड़ती कानून व्यवस्था को पटरी पर लौटने की उम्मीद है.
लोहरदगा एसपी आर राम कुमार के मुताबिक, पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी की थी. इस दौरान पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआई) के एक नाबालिग सहित चार उग्रवादियों को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है.
गिरफ्तार नक्सलियों की पहचान लोहरदगा बक्सीडीपा के रहने वाला प्रवीण कुमार उर्फ दिलीप, कैरो का रहने वाला राम प्रवेश सिंह, रांची के करगे का रहने वाला सुनील कुमार साहू के रूप में की गई है. इसके अलावा एक नाबालिग नक्सली भी शामिल है.
पुलिस ने बम और चोरी के बाइक की बरामद
इन आरोपियों की निशानदेही पर एक सुतली बम और चोरी की तीन बाइक बरामद की हैं. यह सभी पीएलएफआई के हार्डकोर नक्सली एरिया कमांडर कृष्णा यादव के दस्ते के साथ काम करते थे. ये लोहरदगा जिले के कुडू और थाना क्षेत्र में सक्रिय होकर घटना को अंजाम देते थे.
लोहरदगा पुलिस को इनकी तलाश कुडू थाना क्षेत्र के मकांदू में स्थित क्रेशर प्लांट में बम फोड़ने के मामले में थी. इस घटना के बाद नक्सलियों ने पोस्टर चिपकाकर छह लाख रुपये की रंगदारी मांगी थी. इस घटना के बाद इलाके में दहशत फैला गई थी.
इसके बाद कई क्रेशर में काम ठप पड़ गया था. हालांकि, पुलिस ने सुरक्षा का भरोसा दिलाकर काम शुरू करा दिया था. इसी बीच पुलिस टीम पीएलएफआई के नक्सलियों की गिरफ्तारी को लेकर अभियान में जुट गई थी.
नक्सलियों की गिरफ्तारी से लोगों ने ली राहत की सांस
पीएलएफआई नक्सली कृष्णा यादव पर कुडू थाना क्षेत्र में एक युवक की हत्या का भी आरोप है. नौ फरवरी को भी पीएलएफआई के दो हार्डकोर नक्सली पकड़े गए थे. इनके पास से पिस्टल और एक देसी कट्टे के साथ कारतूस और बाइक बरामद की हैं. नक्सलियों की गिरफ्तारी से लोहरदगा के लोगों ने राहत की सांस ली है.