लातेहार के पलामू टाइगर रिजर्व में तेंदुए ने बच्ची पर हमला कर दिया. हमले में घायल बच्ची को तुरंत मेदनीगर के अस्पताल पहुंचाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. घटना छिपादोहर वेस्ट के उकामाड़ गांव की है. जानकारी के मुताबिक, बच्ची जंगल में घूमने के लिए गई हुई थी. इसी दौरान तेंदुए ने उस पर हमला कर दिया.
जानकारी के अनुसार, बच्ची किरण कुमारी औरैया की रहने वाली थी. वह उकामाड अपने फूफा के घर घूमने आई थी. यह इलाका जंगल से सटा हुआ है. बच्ची शनिवार की शाम 7 बजे पास की दुकान में सामान लेने गई थी. जब वह घर लौट रही थी तब घर से करीब 100 मीटर की दूरी पर तेंदुए ने उस पर अचानक से हमला कर दिया.
बच्ची की चीख पुकार सुनकर परिवार वाले और आस-पास के लोग वहां पहुंचे. लोगों को देख तेंदुआ वहां से भाग गया. परिजनों ने तुरंत बच्ची को एमएमसीएच मेदिनीनगर पहुंचाया. लेकिन इलाज के दौरान बच्ची की मौत हो गई. वन विभाग ने सरकारी प्रावधानों के तहत पीड़ित परिवार को 26000 की तत्काल सहायता राशि दी.
उधर, एमएमसीएच में बच्ची के शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद शव उनके परिजनों को सौंप दिया गया है.
इससे पहले भी यहां एक तेंदुए ने दो वनकर्मियों पर हमला करके उन्हें घायल कर दिया था. जानकारी के मुताबिक, तेंदुआ पीटीआर के बारीसनर रेंज के सांभर सॉफ्ट रिलीज सेंटर में घुस गया था. तेंदुए ने इस दौरान एक हिरण को भी मार डाला. उस दौरान वहां दो वनकर्मी गश्ती कर रहे थे.
तेंदुए को देखते ही दोनों जान बचाने के लिए भागने लगे. लेकिन तेंदुए ने उन पर भी हमला कर दिया. किसी तरह दोनों ने अपनी जान बचाई लेकिन हमले में दोनों बुरी तरह घायल हो गए. दोनों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया. डॉ. जयप्रकाश साहू ने बताया कि तेंदुए के हमले से वनकर्मी अखिलेश यादव के हाथ और जांघ पर चोट आई. जबकि, सूर्यनाथ यादव के हाथ को तेंदुए ने बूरी तरह जख्मी कर दिया, जिसके चलते उन्हें 10 टांके लगाने पड़े.
अल्मोड़ा में तीन लोगों पर तेंदुए का हमला
वहीं, उत्तराखंड के अल्मोड़ा में भी पाइपलाइन ठीक कर रहे तीन लोगों पर तेंदुआ झपट पड़ा. इसमें दो महिलाएं भी शामिल थीं. लोगों के चीखने-चिल्लाने के कारण तेंदुआ वहां से भाग गया. लेकिन तब तक वह तीनों को घायल कर चुका था. सामाजिक कार्यकर्ता नारायण रावत और स्थानीय लोग तीनों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र द्वाराहाट ले गए जहां उनका इलाज किया गया.