केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने गुरुवार को कहा कि उनकी पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम)-सेक्युलर झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव में कम से कम 10 सीट पर अपने उम्मीदवार उतारेगी. हम (सेक्युलर) केंद्र में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का हिस्सा है. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री मांझी ने कहा कि उनकी पार्टी राजग की एक प्रतिबद्ध सदस्य है और अंततः भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन में जो भी व्यवस्था (झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर) होगी उसका पालन करेगी.
मांझी ने पटना में मीडिया से कहा, 'एक बात निश्चित है कि ‘हम’ (हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा) निश्चित रूप से झारखंड में आगामी विधानसभा चुनाव लड़ेंगे. मैंने हाल ही में चतरा (झारखंड) में एक रैली को संबोधित किया और पार्टी के कम से कम 10 सीट पर चुनाव लड़ने की घोषणा की.'
उन्होंने यह भी कहा, 'हम राजग का हिस्सा हैं. झारखंड में राजग के अन्य गठबंधन सहयोगियों के साथ परामर्श के बाद सीट बंटवारे की जो भी व्यवस्था होगी, मैं उसे स्वीकार करूंगा लेकिन हम झारखंड विधानसभा चुनाव लड़ेंगे. यह बिल्कुल स्पष्ट है.' हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के संस्थापक मांझी 2024 लोकसभा चुनाव में बिहार की गया सीट से सांसद निर्वाचित हुए. हम (एस) के संस्थापक के रूप में मांझी अपने दलित समर्थक एजेंडे के लिए जाने जाते हैं.
नीतीश ने बनाया था सीएम
2014 में नीतीश कुमार द्वारा मुख्यमंत्री के लिए मांझी को एक आश्चर्यजनक विकल्प माना गया था, उस वर्ष लोकसभा चुनावों में हार के बाद नीतीश कुमार के इस्तीफे के बाद उन्हें अस्थायी रूप से पद संभालने का काम सौंपा गया था.
मुख्यमंत्री बनने से पहले, मांझी ने नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति कल्याण मंत्री के रूप में कार्य किया और 1996 से 2005 तक मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी के अधीन राजद सरकार में भी मंत्री रहे.
अपने पूरे राजनीतिक जीवन में, मांझी कई राजनीतिक दलों से जुड़े रहे हैं, जिनमें कांग्रेस (1980-1990), जनता दल (1990-1996), राष्ट्रीय जनता दल (1996-2005) और जेडी(यू) (2005-2015) शामिल हैं.