जमीन घोटाले में फंसे झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का अब कांग्रेस के राज्यसभा संसद धीरज साहू से कनेक्शन भी सामने आया है. सोरेन के घर से बरामद कार धीरज साहू के मानेसर स्थित एक फर्म पर रजिस्टर है. अब इस मामले में धीरज साहू को भी ईडी ने समन भेजा है.
पिछले साल दिसंबर महीने में इनकम टैक्स विभाग ने कांग्रेस नेता धीरज साहू के झारखंड स्थित ठिकानों पर छापेमारी की थी. रेड में 351 करोड़ रुपये कैश और बेहिसाब अकूत संपत्ति का पता चला था. 10 दिनों तक चली इस रेड में 40 नोट गिनने की मशीनों का इस्तेमाल किया गया था.
बता दें कि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कथित जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई का सामना कर रहे हैं. ईडी ने हेमंत को पिछले हफ्ते गिरफ्तार किया है और उनसे पूछताछ की जा रही है.
हालांकि, हेमंत सोरेन ने खुद पर लगे आरोपों को निराधार बताया है और गिरफ्तारी को हाईकोर्ट में चुनौती दी है. झामुमो नेता को 2 फरवरी को रांची की एक विशेष पीएमएलए अदालत ने पांच दिनों के लिए ईडी की हिरासत में भेज दिया था.
ईडी ने इस मामले में पहले तत्कालीन राजस्व उपनिरीक्षक भानु प्रसाद प्रताप को गिरफ्तार किया था. उसकी भूमिका को लेकर बड़े खुलासे हो रहे हैं. ईडी सूत्रों का कहना है भानु प्रसाद के ठिकानों पर छापेमारी में कई ट्रक कागजात मिले थे. इन दस्तावेज में जमीन घोटाले से जुड़े राज छिपे हुए हैं.
जांच में पाया गया कि मूल रजिस्टरों को कब्जे में लेने के बाद आरोपी भानु प्रताप प्रसाद की भूमिका सामने आई है. उसके पास जमीन के मालिकों के रिकॉर्ड हैं जिसे उसने अपने घर पर छिपाकर रखा था. भानु प्रताप प्रसाद ने खुद जाकर जमीन का निरीक्षण किया था. भानु के मोबाइल से बरामद संपत्तियों के संबंध में हाथ से लिखे नोट भी मिले थे.