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हुड्डा, चव्हाण के बाद अब रांची में मोदी की मौजूदगी में हेमंत सोरेन के खिलाफ हूटिंग

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मंच साझा करना दूसरे दल के नेताओं के लिए मुसीबत का सबब बन गया है.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मंच साझा करना दूसरे दल के नेताओं के लिए मुसीबत का सबब बन गया है. हुड्डा के खिलाफ हुए हूटिंग प्रकरण के बाद अब झारखंड के मुख्यमंत्री बीजेपी समर्थकों का निशाना बने हैं. रांची में पावर ग्रिड का उद्घाटन करने पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में हेमंत सोरेन के खिलाफ जबरदस्त हूटिंग हुई है.

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कार्यक्रम में नरेंद्र मोदी के साथ हेमंत सोरेन मंच पर बैठे थे. कार्यक्रम में ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल भी शिरकत कर रहे थे. गोयल जब मंच से भाषण दे रहे थे, कार्यक्रम में उपस्थित लोग शांति से सुन रहे थे, लेकिन ज्योंही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भाषण देने उठे, बीजेपी कार्यकर्ता और समर्थक मोदी-मोदी के नारे लगाने लगे.

हुड्डा और चव्हाण प्रकरण के बाद हेमंत सोरेन ने प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखकर हूटिंग को लेकर आगाह किया था. सोरेन ने कहा था कि अगर कार्यक्रम में हूटिंग हुई तो इसका जवाब जनता देगी. लेकिन उनकी चिट्ठी का कोई असर नहीं हुआ. उधर, जेवीएम का कहना था कि अगर सीएम के खिलाफ हूटिंग हुई, तो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और भविष्य में प्रधानमंत्री के साथ मंच साझा नहीं करेंगे.

गौरतलब है कि हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ कैथल में प्रधानमंत्री की मौजूदगी में हूटिंग हुई थी. इससे नाराज हुड्डा ने साफ कह दिया था कि वे आगे से प्रधानमंत्री के साथ मंच साझा नहीं करेंगे. वहीं कोल्हापुर में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के खिलाफ भी हूटिंग हुई. इस पर कांग्रेस आलाकमान ने अपने मुख्यमंत्रियों से कह दिया कि वे प्रधानमंत्री के साथ मंच साझा करने से बचें.

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लगातार हो रही हूटिंग के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने नागपुर में प्रधानमंत्री मोदी के साथ मंच साझा करने से बचने के लिए कार्यक्रम में ना जाने का फैसला किया.

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