झारखंड के चाईबासा में लचर कानून-व्यवस्था का मामला सामने आया है. राज्य में चल रहे विधानसभा चुनाव के बीच मंगलवार को यहां जेल ब्रेक कांड में पांच कैदी मारे गए जबकि 10 फरार हो गए हैं. इनमें कई नक्सली भी हैं.
घटना उस वक्त हुई जब कैदियों को पेशी के बाद कोर्ट से मंडल कारा लाया जा रहा था. वैन में 54 कैदी सवार थे. इनका वाहन जैसे ही जेल के गेट पर पहुंचा, वैन में मौजूद कैदी जेल के सामने लगे बाजार की ओर भाग निकले. यह भी बताया जा रहा है कि अज्ञात अपराधियों ने इस वैन पर फायरिंग कर दी थी.
मौके का फायदा उठाकर 15 कैदियों ने जेल वैन से भागने की कोशिश की लेकिन जेल गार्ड ने इन पर फायरिंग कर दी. गोलीबारी में पांच कैदी मारे गए जबकि 10 मौके से फरार हो गए. हालांकि, झारखंड पुलिस के प्रवक्ता के मुताबिक केवल 2 कैदियों की मौत हुई है और 3 अन्य जख्मी हुए हैं. पुलिस फरार कैदियों की तलाश में जुटी है.
बताया जाता है कि यह घटना जेल के मुख्य द्वार के खुले रहने के कारण हुई. वैसे आम तौर पर जेल के अंदर गाड़ी जाते ही उसके मुख्य द्वार को बंद कर दिया जाता है लेकिन आज ऐसा नहीं हुआ और मेन गेट खुला ही रह गया. इस वजह से इन कैदियों को मौका मिल गया और ये सभी भाग निकले. बताया ये भी जाता है कि इन सभी कैदी नक्सलियों के हाथ खुले हुए थे.
घटना के बाद पूरे जिले की सीमा को सील कर दिया गया है. जेल कैंपस में अभी मारे गए कैदियों के शव पड़े हुए हैं. वहां पुलिस के अलावा किसी अन्य को जाने की इजाजत नहीं दी जा रही है. हर मुख्य रास्ते पर पुलिस बल के जवान तैनात कर दिए गए हैं. पुलिस प्रवक्ता के मुताबिक मामले की जांच की जाएगी कि कैदी कैसे फरार हुए और इस दौरान कहां और किससे चूक हुई.