संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) और राष्ट्रीय पात्रता एवं प्रवेश परीक्षा (नीट) के मुद्दे पर सियासी संग्राम जारी है. जेईई की शुरुआत से एक दिन पहले झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री पर निशाना साधा है. सीएम सोरेन ने ट्वीट कर कहा है कि कोरोना बेलगाम है, लेकिन शिक्षा मंत्री निशंक को छात्रों के स्वास्थ्य की तनिक भी चिंता नहीं है.
सोरेन ने कहा कि देश में कोरोना से संक्रमण के लगातार 75 हजार से अधिक मामले सामने आने से चिंतित हूं. स्वास्थ्य मंत्री को छात्रों की सुरक्षा और स्वास्थ्य के संबंध में तनिक भी चिंता नहीं है. गौरतलब है कि छात्र कोरोना की महामारी और बाढ़ आदि की समस्या को देखते हुए जेईई और नीट की परीक्षा टालने की मांग कर रहे हैं. कांग्रेस के साथ ही आम आदमी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल भी छात्रों की मांग के समर्थन में मुखर हैं.
कांग्रेस ने जेईई और नीट के खिलाफ देशभर में आंदोलन भी किए थे. कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने वीडियो संदेश जारी कर कहा था कि छात्र ही भविष्य में बेहतर भारत के निर्माता हैं. इनके भविष्य के संबंध में कोई भी फैसला इनकी सहमति से ही किया जाना चाहिए. सोनिया के साथ बैठक में गैर भाजपा शासित 7 राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भी महामारी के समय में परीक्षा के आयोजन का विरोध करते हुए इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही थी.
बता दें कि जेईई 1 से 6 सितंबर तक कराई जानी है. वहीं, नीट का आयोजन 13 सितंबर को होगा. छात्रों को परीक्षा केंद्र तक पहुंचाने के लिए ओडिशा और मध्य प्रदेश की सरकार ने मुफ्त साधन उपलब्ध कराने की घोषणा की है.