पटना के गांधी मैदान में गत वर्ष 27 अक्टूबर को हुए श्रृंखलाबद्ध विस्फोट के संबंध में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बुधवार को इंडियन मुजाहिद्दीन (आईएम) के पांच सदस्यों को हिरासत में लिया.
यह विस्फोट उस समय हुआ था, जब बीजेपी नेता नरेंद्र मोदी कुछ समय बाद वहां चुनावी रैली को संबोधित करने वाले थे. सूत्रों के अनुसार एनआईए ने झारखंड के अलग-अलग स्थानों से आईएम के पांच सदस्यों को हिरासत में लिया है. झारखंड पुलिस ने हालांकि, हिरासत के बारे में कुछ नहीं कहा है.
एक पुलिस अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि हमें सूचना मिली है कि आईएम के कुछ सदस्यों को हिरासत में लिया गया है और शायद उनकी गिरफ्तारी हो सकती है. हम कुछ नहीं बता सकते. एनआईए पटना और बोधगया विस्फोट की जांच कर रही है और एनआईए ही उनकी गिरफ्तारी की पुष्टि कर सकती है.
पटना विस्फोट में शामिल आईएम के कुछ सदस्य रांची के सिथियो गांव से ताल्लुक रखते हैं. एनआईए की एक टीम मंगलवार को रांची पहुंची है. वे गांव पहुंचे लेकिन उन पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया.
सूत्रों के अनुसार एनआईए की टीम आईएम के गिरफ्तार आतंकवादी तहसीन अख्तर को लेकर पहुंची, जो पटना विस्फोट का आरोपी है.
तहसीन अख्तर इंडियन मुजाहिद्दीन का सह-संस्थापक माना जाता है.