झारखंड में देवघर त्रिकुट पर्वत पर रोपवे हादसे में फंसे 48 लोगों में से 32 लोगों का रेस्क्यू किया जा चुका है. सेना के हेलिकॉप्टर द्वारा रेस्क्यू किया जा रहा है. बाकी फंसे लोगों को कल सुबह निकाला जाएगा. इन लोगों तक खाने पीने का सामान हेलिकॉप्टर द्वारा भेज दिया गया है. हादसे में अब तक 2 लोगों की मौत हुई है.
दरअसल, झारखंड के त्रिकुट पर्वत पर रामनवमी पर यहां पूजा करने और घूमने के लिए सैकड़ों की संख्या में पर्यटक पहुंचे थे. इस दौरान रोपवे पर नीचे आ रही ट्रॉली ऊपर जा रही दूसरी ट्रॉली से टकरा गई थी. इस हादसे में ट्रॉली में सवार लोग घायल हो गए. जब यह हादसा हुआ, उस वक्त करीब दो दर्जन ट्रॉली हवा में थी. आनन-फानन में कई लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया.
त्रिकुट पर्वत पर रोपवे सफर के दौरान फसे हुए लोगों को एयरफोर्स, इंडियन आर्मी, एनडीआरएफ, आईटीबीपी एवं स्थानीय प्रशासन की टीम द्वारा रेस्क्यू किया जा रहा हैं. आज कुल 32 लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका हैं. आज और कल मिलाकर 2 लोगों की मौत हुई है.
देवघर त्रिकुट रोपवे पर सोमवार को रात की वजह से रेस्क्यू रोक दिया गया. इसे मंगलवार को फिर शुरू किया जाएगा. झारखंड सरकार में मंत्री हफिजुल हसन ने कहा, देवघर त्रिकुट रोपवे में लोगों का रेस्क्यू किया जा रहा है. 2 लोगों की मौत हो गई. रेस्क्यू अंधेरे के कारण रोक दिया गया है. इस दुर्घटना के लिए जिम्मेदार लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. हताहतों के प्रति हमारी पूरी संवेदना है. हमारी सरकार इनके लिए हरसंभव मदद करेगी.
ड्रोन के जरिए भेजा गया खाना
रोपवे में फंसे लोगों को निकालने कोशिश पूरे दिन चली. ऊपर फंसे लोगों को ड्रोन के माध्यम से खाना और पानी दिया गया. ट्रालियां में छोटे बच्चे, पुरूष और कुछ महिलाएं फंसी हैं. इसके साथ ही गाइड और फोटोग्राफर भी फंसे हैं.