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झारखंड: लोहरदगा सदर अस्पताल में कोविड मरीज की मौत के बाद परिजनों का हंगामा, तोड़फोड़

लोहरदगा सदर अस्पताल में सेन्हा प्रखंड से करीब 56 वर्षीय एक मरीज को लाया गया था. जिसका ऑक्सीजन लेवल बहुत कम था. सांस लेने में काफी दिक्कत हो रही थी. डॉक्टरों द्वारा मरीज को देखने के बाद उसे इमरजेंसी वार्ड में एडमिट किया गया. मगर थोडी ही देर में मरीज की मौत हो गई.

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लोहरदगा सदर अस्पताल
लोहरदगा सदर अस्पताल
स्टोरी हाइलाइट्स
  • मरीज की हालत थी गंभीर, कुछ ही देर में हो गई मौत
  • परिजनों का कहना है समय से नहीं दिया इलाज
  • पुलिस ने कहा- कार्रवाई की जाएगी

झारखंड के लोहरदगा सदर कोविड अस्पताल में कोविड संक्रमित मरीज की मौत के बाद मृतक के परिजनों ने अस्पताल में हंगामा और तोड़फोड़ किया. दर्जन भर ऑक्सीजन सिलेंडर की नॉब नोंच डाली, मौके पर मौजूद डॉक्टर और मेडिकल कर्मियों के साथ बदसलूकी की. तमाम मेडिकल कर्मी इनके आक्रामक रवैये को देखते हुए भाग खड़े हुए.

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लोहरदगा सदर अस्पताल में सेन्हा प्रखंड से करीब 56 वर्षीय एक मरीज को लाया गया था. जिसका ऑक्सीजन लेवल बहुत कम था. सांस लेने में काफी दिक्कत हो रही थी. डॉक्टरों द्वारा मरीज को देखने के बाद उसे इमरजेंसी वार्ड में एडमिट किया गया. मगर थोडी ही देर में मरीज की मौत हो गई.

परिजनों का आरोप है कि अस्पताल में तत्काल ठीक से इलाज नहीं हुआ. इसी कारण मरीज की जान चली गई. घटना की जानकारी मिलने पर लोहरदगा उपायुक्त दिलीप कुमार टोप्पो, पुलिस अधीक्षक प्रियंका मीणा, एसडीपीओ जितेंद्र कुमार, अनुमंडल अधिकारी अरविंद कुमार लाल, सदर थाना प्रभारी मंटू कुमार मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया. मौके पर अधिकारियों ने मंत्रणा की. सदर अस्पताल की सुरक्षा बढ़ाने पर चर्चा हुई.

लोहरदगा उपायुक्त दिलीप कुमार टोप्पो ने कहा कि मरीज को हालत बेहद बिगड़ जाने पर लाया गया. सदर अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा पूरी कोशिश की गई. मरीज का प्राथमिक उपचार किया गया, परंतु मरीज की जान नहीं बच पाई. जिसके बाद परिजनों द्वारा हंगामा व तोड़फोड़ किया गया जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है. दोषियों पर कार्रवाई होगी. उन्होंने आगे कहा कि स्वाभाविक है कि ऐसी घटनाओं के बाद लोग दुखी और तनाव में होते हैं. परंतु परिजनों को भी यह समझना होगा कि डॉक्टर पूरा प्रयास करते हैं और उन्हें सहयोग करते हैं. हम लोगों ने प्रयास करके वेंटिलेटर चालू कराया और डॉक्टर लोग लगे हुए हैं. लोगों से अनुरोध है कि तनाव को कम करें.

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एक्सेस कंट्रोल बनाएंगे, अटेंडेंट को बाहर ही रोकेंगे- एसपी

पुलिस कप्तान प्रियंका मीणा ने कहा कि तोड़फोड़ की घटना इंटरनल वार्ड में हुई है. वहां पुलिस के जवान तैनात नहीं रहते हैं. लोगों ने ऑक्सीजन सिलेंडर का नॉब निकाला और हंगामा किया. जब तक पुलिस पहुंचती तब तक ऑक्सीजन सिलेंडर को डैमेज कर दिया गया था. कोविड से निधन दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है. मगर ऑक्सीजन सिलेंडर को डैमेज कर दिया गया, जो किसी की जान बचा सकता था. अभी आपदा टली नहीं है ऐसे में जो भी सामग्री, उपकरण मरीजों की जान बचाने के लिए हैं उनको लोग डैमेज न करें. अब बेहतर सुरक्षा के लिए हम लोग एक्सेस कंट्रोल बनाएंगे. मरीज का जो भी अटेंडेंट है उसे इमरजेंसी वार्ड में नहीं जाने दिया जाएगा. वह बाहर ही रहेंगे. अंदर जाकर पैनिक नहीं करेंगे. कोरोना से डर का माहौल है, और सब के लिए है इसलिए सबको ध्यान रखने की जरूरत है. (इनपुट- सतीश शाहदेव)

 

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