भारतीय सीमा की सुरक्षा में तैनात जवानों के प्रति निष्ठा, देशभक्ति की जज्बा को प्रबल करने और बेटियों की सुरक्षा का संदेश जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से दिलीप भरत मल्लिक देश भ्रमण पर निकले हैं. मल्लिक साइकिल से यात्रा कर रहे हैं. उन्होंने अपनी साइकिल में तिरंगा लगा रखा है जो कि राष्ट्रीयता का संदेश दे रहा है. मल्लिक नागपुर के रहने वाले हैं. वह साइकिल से 45 हजार किमी की यात्रा पर निकले हैं. इसी सफर में वह झारखंड के गिरिडीह पहुंचें. 53 वर्षीय मल्लिक ने अपनी यात्रा की शुरुआत 26 जनवरी 2022 को की.
पहले राउंड में उन्होंने लगभग 7 हजार किमी की यात्रा की. दूसरे राउंड में लगभग 11 हजार की यात्रा पूरी की. 26 जनवरी 2023 से उन्होंने तीसरे राउंड की यात्रा शुरू की है. यह यात्रा नागपुर से कोलकाता- झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश, पंजाब से होकर वैष्णव देवी होते हुए पुनः नागपुर में समाप्त होगा. अप्रैल माह से वह चौथे राउंड की यात्रा की शुरुआत करेंगे. यात्रा के बारे में उन्होंने बताया कि वे देशभक्ति का जज्बा जगाने निकले हैं.
भरत मल्लिक ने बताया कि इतनी लंबी यात्रा के दौरान उन्हें किसी ने सहयोग नहीं किया. वे यात्रा के जरिये देश का नाम पूरे विश्व में रौशन करना चाहते हैं. मल्लिक ने बताया कि वह यात्रा पर निकल गए थे तो इस बीच उनकी मां और पत्नी का देहांत हो गया. वह दोनों के अंतिम क्रिया में भी शामिल नहीं हो सके.