झारखंड में तथाकथित रूप से भूख से मौत की लगातार खबरों के बीच राजभवन ने मंगलवार को सरकार से जानकारी ली. रामगढ़ डीसी राजेश्वरी बी ने भी राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को राजभवन जाकर रिपोर्ट सौपीं. गौरतलब है कि बीते कुछ महीनों से 12 लोगों की भूख से मौत होने संबंधी खबरें आईं हैं, जिन्हें सरकार की रिपोर्ट खारिज करती रही है.
विभागीय मंत्री ने भूख की मौत को खारिज़ किया
राज्यपाल से मिलने जाने से पहले विभाग ने सभी 12 मौतों की विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर राज्यपाल को अवगत कराया. गौरतलब है कि विभागीय मंत्री सरयू राय ने बार-बार कहा है कि राज्य में भूख से मौत की खबरें सच नहीं हैं. सरकार का कहना है कि संबंधित लोगों की मौत भूख से नहीं, बल्कि किसी अन्य वजह से हुई है. बता दें कि हाल ही में गिरिडीह और रामगढ़ से भी ऐसी खबरें आई थीं.
हाल में हुई थीं दो मौतें
दो जून को गिरिडीह जिले के चैनपुर निवासी सावित्री देवी की मौत के मामले में सरयू राय ने कहा है कि बीमारी से हुई मौत को भूख से मौत बताना दुर्भाग्यपूर्ण है. वहीं रामगढ़ के कुजू दक्षिणी पंचायत में चिंतामन मल्हार की भूख से मौत मामले में तो मंत्री ने कहा है कि यदि उनके परिवार के लोग इजाजत दें, तो कब्र से निकाल कर उनका पोस्टमार्टम किया जा सकता है. जब प्रशासन के लोग पोस्टमार्टम के लिए कब्र खोदने के लिए वहां पहुंचे, तो स्व मल्हार के परिजनों ने मना कर दिया था.