रांची के बहुचर्चित तारा शाहदेव केस की जांच सीबीआई को सौंपने की तैयारी है. झारखंड सरकार ने मामले की सीबीआई जांच की सिफारिश की है.
सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार रात प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि वह इस मामले में पीड़िता तारा शाहदेव और उसके परिजनों से मिले और उसका पक्ष जानने के बाद उन्होंने इसकी जांच सीबीआई से करवाने की सिफारिश की.
मुख्यमंत्री ने कहा कि शाहदेव अपने मामले की पुलिस जांच से संतुष्ट नहीं है और वह बेहतर जांच चाहती है. इसे देखते हुए उन्होंने पूरे मामले की सीबीआई जांच करवाने का फैसला किया.
एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि तारा शाहदेव के मामले में अनेक मंत्रियों, आईएएस और आईपीएस अधिकारियों, न्यायाधीशों और न्यायिक अधिकारियों के भी शामिल होने की बात सामने आई है और खुद पीड़िता भी पुलिस जांच को नाकाफी मानती हैं, इसलिए पूरे मामले को जांच के लिए सीबीआई को सौंपने का राज्य सरकार ने फैसला लिया है.
इससे पहले शुक्रवार को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत से पुलिस को मुख्य आरोपी रंजीत कोहली उर्फ रकीबुल हसन को तीन दिनों के लिए पूछताछ के लिए रिमांड पर लेने की छूट मिल गई. इससे पहले गुरुवार को कोहली और उसकी मां को यहां की स्थानीय अदालत ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया था.
दिल्ली से तीन दिनों पहले गिरफ्तार कर यहां लाए गए कोहली और उसकी मां को लंबी पूछताछ के बाद पुलिस ने यहां मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट नीरज कुमार की अदालत में पेश किया था.