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सीमा पर फायरिंग में गुमला का लाल शहीद, गांव में शोक की लहर

संतोष गोप टेंगरा निवासी जीतू गोप के पुत्र हैं. घटना की सूचना पर गांव में मातम का माहौल है. अपने बेटे के शहीद होने पर मां सारो देवी का कलेजा पसीज गया है, लेकिन देश के लिए अपने लाल की कुर्बानी पर पूरे परिवार को गर्व है.

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जवान संतोष सीमा पर शहीद (File Photo- Aajtak)
जवान संतोष सीमा पर शहीद (File Photo- Aajtak)

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  • रांची के गुमला का बेटा सीमा पर शहीद
  • गांव भर में शोक, परिवार में पसरा मातम
  • शहीद जवान का शव सोमवार को पहुंचेगा गांव

रांची के गुमला का लाल संतोष गोप सीमा पर पाकिस्तानी सैनिकों की ओर से की गई फायरिंग में शहीद हो गया. शहीद का शव सोमवार को उनके पैतृक गांव टेंगरा लाया जाएगा. शनिवार की रात आई इस मनहूस खबर से पूरे गांव और जिला में शोक की लहर है. इस गांव में लगभग पांच जवान फौज में भर्ती हैं, जिसमें एक जवान संतोष गोप शहीद हो गए.

गांव में मातम का माहौल

संतोष गोप टेंगरा निवासी जीतू गोप के पुत्र हैं. घटना की सूचना पर गांव में मातम का माहौल है. अपने बेटे के शहीद होने पर मां सारो देवी का कलेजा पसीज गया है, लेकिन देश के लिए अपने लाल की कुर्बानी पर पूरे परिवार को गर्व है. सुबह से ही शहीद के घर लोगों का आना-जाना और शोक संवेदना प्रकट करने वालों का तांता लगा रहा. पूरे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है.

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घर में कमाने वाला इकलौता

शहीद के पिता जीतू गोप व मां सारो देवी ने कहा, 'हमें गर्व है कि मेरे लाल का खून देश के काम आया, लेकिन वह घर में कमाने वाला इकलौता था. बड़ा बेटा नीलांबर गोप खेती-बारी करता है. संतोष हमारे लिए गुमला में घर बनवा रहा था, उसकी यह इच्छा अधूरी रह गई. वह दीपावली पर घर भी आने वाला था. उसका विवाह करना था, लेकिन वह शहीद हो गया. हम सरकार से एक के बदले 10 दुश्मनों का बदला चाहते हैं.'

उन्होंने बताया, 'वर्ष 2012 में संतोष आर्मी में भर्ती हुआ था. पिछली बार मई 2019 में घर आया था. इंटर तक की पढ़ाई पूरी की थी. उसमें शुरू से देश सेवा का जुनून था. फिलहाल वह जम्मू-कश्मीर में तैनात था.'

(गुमला से मुकेश सोनी के इनपुट के साथ)

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