
देश में मॉनसून ने दस्तक दे रखी है और अलग-अलग राज्यों में भारी बारिश का दौर जारी है. इस समय झारखंड में भी तेज बारिश की वजह से नदियां उफान पर हैं और स्थिति चिंताजनक बनी हुई है. अब प्रशासन ने मुस्तैदी दिखाते हुए लोहरदगा जिले में कोयल नदी पर बैरिकेडिंग लगा आवगमन को पूरी तरह रोक दिया है. स्पष्ट आदेश है कि इस समय पुल और नदी के पास कोई ना जाए और सेल्फी लेने के लिए भी भीड़ इकट्ठा ना हो.
बैरिकेडिंग ने रोका आवागमन
अभी के लिए लोहरदगा-बेड़ो-रांची मार्ग पर आवागमन पूरी तरह से बाधित हो गया है. प्रशासन ने भी एहतियात के तौर पर पुल के दोनों ओर रस्सी बांधकर लोगों को जाने से रोक दिया है. इलाके में भारी पुलिस की तैनाती की गई है. गौरतलब हो कि चार साल पहले इसी पुल पर उफनती नदी को पार करने की कोशिश में पलामू से मरीज को लेकर रांची जा रही एंबुलेंस बह गई थी. उस हादसे में एक ही परिवार के चार लोगों की मौत हो गई थी. यही वजह है कि इस साल प्रशासन जरूरत से ज्यादा सतर्कता दिखा रहा है.
ड्यूटी पर नहीं जा पा रहे लोग
अब प्रशासन जरूर सख्त है, लेकिन लोगों की लापरवाही रुकने का नाम नहीं ले रही है. अभी भी नदी के पास लोग सेल्फी लेने के लिए जा रहे हैं. अभी भी उस संवेदनशील जगह पर भीड़ इकट्ठा हो रही है. ऐसे में बीच-बीच में पुलिस को बल का भी प्रयोग करना पड़ रहा है और लोगों को वहां से खदेड़ा भी जा रहा है. लेकिन इस बैरिकेडिंग की वजह से कई लोगों को अपने काम पर जाने में दिक्कत हो रही है. कुछ सरकारी गैर सरकारी कर्मी नदी के ओवरफ्लो होने के कारण अपनी ड्यूटी पर नही जा पा रहे हैं. इस बारे में सिठियो हाई स्कूल में तैनात शिक्षक संतोष भगत ने कहा कि हर साल बरसात में यह नौबत आती है. पुल के ऊपर से पानी का बहाव होने के कारण स्कूल नहीं जा पाते.
मौके पर पुलिस बल के साथ मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात प्रखंड विकास अधिकारी अशोक कुमार चोपड़ा ने कहा कि हम लोगों ने नदी के पुल के दोनों ओर बैरिकेडिंग कर दी है. लोगों से अपील की गई है कि इस रास्ते से न आएं. रांची से लोहरदगा आने के लिए दूसरी सड़क का इस्तेमाल करने की अपील की गई है.