हेमंत सोरेन धीरे-धीरे ही सही, झारखंड के सिंहासन की ओर बढ़ रहे हैं. बहुमत के जुगाड़ में जुटी जेएमएम को चार निर्दलीय विधायक भी समर्थन देने को राजी हो गए हैं. कांग्रेस और राजद पहले ही हेमंत से हाथ मिला चुके हैं. तीनों दलों के विधायकों की कुल संख्या 36 है. चार विधायकों के समर्थन के बाद गठबंधन की ताकत अब 40 हो गई है.
इसके अलावा मार्क्सिस्ट कॉर्डिनेशन कमेटी (एमसीसी) ने भी समर्थन के संकेत दे दिए हैं. हालांकि एकमात्र सीपीआई (एमएल-लिबरेशन) विधायक विनोद कुमार सिंह ने साफ कर दिया है कि वह विपक्ष में बैठेंगे.
82 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत हासिल करने के लिए सोरेन निर्दलीय और छोटे दलों से समर्थन की आस में है.
झारखंड जनाधिकार मंच के विधायक बंधु टिर्के ने बताया कि उनके अलावा निर्दलीय विधायक विदेश सिंह, हरिनारायण राय और सी लिंडा ने समर्थन पत्र सौंप दिया है. विदेश सिंह ने पत्र सौंपने के लिए जेएमएम आलाकमान से मिलने की बात स्वीकार कर ली, जबकि लिंडा और हरिनारायण राय का मोबाइल फोन बंद रहा.
टिर्के ने कहा, 'मेरा मानना है कि नया गठबंधन 9 या 10 जुलाई को सरकार बनाने का दावा पेश कर सकता है.'
एकमात्र एससीसी विधायक अरूप चटर्जी ने बताया कि झामुमो नेता हेमंत सोरेन ने उन्हें फोन कर समर्थन मांगा था. चटर्जी ने कहा, 'मेरे पार्टी के नेता आज रात हजारीबाग में मिलेंगे और यदि वे इस भावी गठबंधन को समर्थन देने को राजी हो गये तो हम कुछ मुद्दों पर झामुमो नेतृत्व से विचार-विमर्श करेंगे. अगर इन मुद्दों को स्वीकार लिया गया तो हम उन्हें समर्थन दे देंगे.'