गांव में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. लेकिन वैक्सीन को लेकर वहां पर असमंजस की स्थिति है. ज्यादातर गांव या छोटे कस्बे के लोग वैक्सीन लेने से कतरा रहे हैं. झारखंड के खूंटी में एक ऐसा मामला सामने आया है जिससे स्वास्थ्यकर्मी दहशत में हैं. दरअसल कोविड को लेकर गांवों में सर्वे कर रही सेविका व स्वास्थ्य सहिया के ऊपर जानलेवा हमला किया गया. मंगलवार को सेविका कर्मेला तोपनो, उनुकदा अखड़ा के पास अपने काम की रिपोर्ट बनाने में लगी हुई थी.
लिखा पढ़ी कर रही सेविका पर गांव के ही राफेल कंडुलना ने अनाप शनाप बड़बड़ाते हुए टंगिया से वार कर दिया. इससे पूर्व राफेल के घर सर्वे करने पहुंची स्वास्थ्य सहिया फिलोमीना भेंगरा को भी मारपीट करने की बात कहते हुए धमकाया और भाग जाने को कहा. राफेल का कहना था कि उसकी मां की वैक्सीन लेने के कुछ दिन बाद ही मौत हो गई है, अब हम पूरे गांव में न ही किसी को वैक्सीन लेने देंगे और न ही तुमलोग कोई सर्वे करोगे.
राफेल के टंगिया चलाने से करमेला को हल्की चोटें भी आई हैं. ग्रामीणों ने बीच बचाव किया कि ये लोग वैक्सीन नहीं लगा रहे हैं ये तो अपना काम से लिख पढ़ रहे हैं, तब राफेल शांत हुआ.
और पढ़ें- मुंबई: धारावी में वैक्सीनेशन को सीरियसली नहीं ले रहे लोग, बिना मास्क घूमते दिखते बच्चे
बीडीओ विजय कुमार ने कहा कि आरोपी फरार है, इस तरह की हरकत करने वालों को बिल्कुल नहीं बख्शा जाएगा. उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने ग्रामीणों से अपील करते हुए कहा कि कोई भी आपको वैक्सीन के बारे में गलत बात समझाता है तो उसका नाम गुप्त रूप से बताएं.
इधर वैक्सीन को चल रहे सर्वे व जागरूकता कार्यक्रम में लगे कर्मियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. जरिया, हुसिर, फटका, उडिकेल सहित कई पंचायत में काम कर रहे कर्मियों को ग्रामीणों के कोप का भाजन का शिकार होना पड़ रहा है. गितिलपीढ़ी, महराओढ़ा, डिलीचुवां और सेतादिरी में सर्वे का काम कर रही सहिया बहमनी डोडराय व सेविका सेतेंग भेंगरा को भी सर्वे का काम बंद कर वैक्सीन गांव में नही लाने की धमकी दी गई है. (इनपुट- अरविंद सिंह खूंटी)