अब तक नया देश बनाने की खबर विदेशों से आती थी लेकिन इस बार झारखंड के पश्चिम सिंघभूम के खूंटपानी इलाके में कुछ लोगों ने ब्रिटिश राज का हवाला देते हुए इलाके को अलग देश घोषित करके खुद को राजा बना लिया. इतना ही नहीं 18 दिसंबर को अलग देश का झंडा फहराने की तैयारी भी की गई थी हालांकि पुलिस को इसकी भनक लग गई और उसने बिंदीबासा गांव पहुंचकर इस प्रोग्राम पर रोक लगा दी.
साथ ही पुलिस ने तथाकथित राजा रामो बिरूवा के एक सहयोगी मुन्ना बानसिंह को राष्ट्रद्रोह के मामले में गिरफ्तार कर लिया और इलाके में धारा 144 लगा दी. मुख्य आरोपी रामो बिरूवा फिलहाल फरार है.
कोल्हान को अलग देश बनाने की है मांग
इस पूरे प्रकरण के पीछे बिहार में सरकारी अफसर रह चुके 80 साल के रामो बिरूवा का हाथ बताया जाता है. दरअसल आजादी के 70 साल बाद भी कोल्हान गवर्नमेंट इस्टेट नामकरण के आधार पर आदिवासियों का एक समूह कोल्हान को अलग देश मानता है. बताया जाता है कि इस बाबत बिरूवा ने साल 1995 में ब्रिटिश सरकार से संपर्क भी साधा था. 1998 में आए जवाब के मुताबिक ब्रिटिश सरकार ने बिरूवा को कोल्हान गवर्नमेंट इस्टेट का खेवट नंबर एक बताया था.
संयुक्त राष्ट्र संघ में भी उठाया गया था मामला
झारखंड के कोल्हान को अलग देश बनाने की मांग कई दशकों से चली आ रही है. यही नहीं यह मामला संयुक्त राष्ट्र तक जा चुका है. साल 2016 में दिवंगत केसी हेंब्रम ने विल्किंसन रूल्स को आधार बताते हुए कोल्हान रक्षा संघ बनाकर इसे स्वतंत्र देश का दर्जा दिलाने का आंदोलन किया था.