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हेमंत सोरेन को भ्रष्ट कहने वाले मंत्री चंद्रशेखर दुबे को कैबिनेट से निकाला

झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री ददई दुबे को मुख्यमंत्री से पंगा लेना महंगा पड़ गया. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उन्हें मंत्रिमंडल से बाहर का रास्ता दिखा दिया है. ददई दुबे कांग्रेस के कोटे से राज्य में ग्रामीण विकास मंत्री थे. हफ्ता भर पहले दुबे ने यह कहकर सनसनी फैला दी थी की मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सबसे भ्रष्ट हैं. उसके बाद से ही हेमंत आगबबूला थे.

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झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री ददई दुबे को मुख्यमंत्री से पंगा लेना महंगा पड़ गया. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उन्हें मंत्रिमंडल से बाहर का रास्ता दिखा दिया है. ददई दुबे कांग्रेस के कोटे से राज्य में ग्रामीण विकास मंत्री थे. हफ्ता भर पहले दुबे ने यह कहकर सनसनी फैला दी थी की मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सबसे भ्रष्ट हैं. उसके बाद से ही हेमंत आगबबूला थे.

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झारखण्ड के कांग्रेसी विधायक चंद्रशेखर दुबे उर्फ़ ददई दुबे को बुधवार को हेमंत सोरेन ने अपने मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया. राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री रहे ददई दुबे को अपनी बदबयानी का शिकार होना पड़ा है. हफ्ता भर पहले इन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्रियों में एक कहा था. बर्खास्तगी के बाद ददई दुबे के तेवर और तल्ख हो गए हैं.

बताया जाता है कि मंत्री को बर्खास्त करने के मसले पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कांग्रेस आलाकमान से हरी झंडी ले ली थी. वैसे हफ्ता भर तक हुए मुख्यमंत्री और मंत्री के बीच रस्साकशी पर विपक्ष ने भी खूब चुटकी ली. वैसे, दुबे और मुख्यमंत्री सोरेन के बीच दरार की वजह बेहद निजी है. बताया जा रहा है कि मंत्री महोदय अपने बेटे अजय दुबे को बाल श्रमिक आयोग का अध्यक्ष बनाना चाहते थे.

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राज्य में बाल श्रमिक आयोग के अध्यक्ष को राज्य मंत्री का दर्ज मिला हुआ है, लेकिन इस फ़ाइल को मुख्यमंत्री ने क्‍लीयर नहीं किया और इसी वजह से मंत्री महोदय नाराज थे. हालांकि, अब बर्खास्तगी के बाद ददई दुबे के लिए बस यही कहा जा सकता है कि ना माया मिली और ना ही राम.

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