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झारखंड: एक ही मंडप में युवक ने दो प्रेमिकाओं से की शादी, बच्चे भी रहे मौजूद

झारखंड के लोहरदगा के किस्को प्रखंड के बगडू थाना अंतर्गत मेरले पंचायत के चोरगांई निवासी संजीत उरांव ने एक ही मंडप में दो युवतियों के साथ शादी रचाई. छोट चोरगांई गांव के पिपर टोंगरी पहाड़ी में स्थित स्वयंभू शिव मंदिर में यह विवाह संपन्न हुआ.

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एक मंडप में 2 युवतियों से शादी (फोटो- आजतक)
एक मंडप में 2 युवतियों से शादी (फोटो- आजतक)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • झारखंड के लोहरदगा की घटना
  • प्रेम त्रिकोण का है मामला
  • काफी दिनों से था प्रेम संबंध

झारखंड के लोहरदगा में एक युवक ने एक ही मंडप में दो युवतियों के साथ शादी रचाई. दरअसल ये मामला प्रेम त्रिकोण का था और दोनों ही युवतियां युवक के साथ शादी करने को राजी थीं. दिलचस्प बात यह रही कि युवक और दोनों युवतियों से उसकी चार संतानें भी मां बाप की इस शादी में शरीक हुईं. यह अनोखी शादी आम चर्चा का विषय बन गयी है. 

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 लोहरदगा किस्को प्रखंड के बगडू थाना अंतर्गत मेरले पंचायत के चोरगांई निवासी संजीत उरांव ने एक ही मंडप में दो युवतियों के साथ शादी रचाई. छोट चोरगांई गांव के पिपर टोंगरी पहाड़ी में स्थित स्वयंभू शिव मंदिर में यह विवाह संपन्न हुआ. 

संजीत का दोनों युवतियों से पिछले कई वर्षों से प्रेम प्रसंग चल रहा था. दोनों ही युवतियों से संजीत का लिव इन रिलेशनशिप था. अरेया पंचायत निवासी रिंकी से संजीत के तीन बच्चे भी हुए. इसके बाद संजीत का दिल  हिसरी पंचायत की कलावती पर आ गया. इन दोनों के संबंधों का खुलासा होने पर रिंकी और संजीत के बीच तकरार होने लगी. इस बीच कलावती के साथ भी संजीत के लिव इन रिलेशनशिप के कारण एक संतान पैदा हुई. 

बाद में संजीत रिंकी को छोड़कर कलावती से शादी करना चाहता था. मगर दोनों ही लड़कियां उसे पति मानते हुए उसके साथ जिंदगी बिताना चाहती थीं. प्रेम त्रिकोण का ये झगड़ा गांव की पंचायत से थाने भी पहुंचा. पुलिस ने परिवार और समाज स्तर से समस्या का हल निकालने का सुझाव देकर पल्ला झाड़ लिया. आखिरकार तीनों परिवारों के बीच सहमति बनी और ये परिणय सूत्र में बंध गये. 
 
ग्रामीणों ने पूजा समिति और माता-पिता की सहमति से पहान (आदिवासी पुजारी) बिगन खेरवार ने इनकी शादी करायी.विवाह समारोह में संजीत की पहली प्रेमिका के दो बेटी और एक बेटा और दूसरी प्रेमिका की एक बेटी, यानी चार बच्चे अपने मां-बाप के शादी में मौजूद रहे. मां-बाप शादी के फेरे लेते रहे और बच्चे उन्हें देखकर खुश होते रहे. 

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